छिंदवाड़ा में कमलनाथ सरकार की हरकत बर्दाश्त के लायक नहीं : शिवराज सिंह चौहान

भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ के कार्यकाल में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को  लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। कहीं, उन पर झूठे प्रकरण लादे जा रहे हैं, तो कहीं उन्हें मौत के घाट उतारा जा रहा है। छिंदवाड़ा में तो मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जो हरकत की है, उसे प्रजातांत्रिक सिद्धांतों पर चलने वाला कोई भी राजनीतिक दल बर्दाश्त नहीं कर सकता। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने छिंदवाड़ा विधानसभा उपचुनाव में मुख्यमंत्री कमलनाथ के प्रतिद्वंदी भाजपा उम्मीदवार बंटी साहू एवं 21 मतगणना एजेंटों की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कही।
श्री चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में स्पष्ट जनादेश न होने के बावजूद एक लंगडी सरकार बनाई थी। जिसके चलते शुरुआत से ही अस्थिरता का खतरा मंडरा रहा है। श्री चौहान ने कहा कि इस सरकार के आते ही भाजपा कार्यकर्ताओं की प्रताड़ना का जो दौर शुरू हुआ है, वह बंद होने का नाम ही नहीं ले रहा है। इस सरकार के कार्यकाल में कई कार्यकर्ताओं पर फर्जी केस दर्ज कराए गए हैं। दो दिन पहले हमारे एक कार्यकर्ता को अपने प्रजातांत्रिक अधिकार पर अमल करने के गुनाह में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मौत के घाट उतार दिया। लेकिन मंगलवार को छिंदवाड़ा में मुख्यमंत्री कमलनाथ के इशारे पर पुलिस-प्रशासन ने जो किया है, वह कोई फॉसिस्ट सरकार ही कर सकती है। श्री चौहान ने कहा कि मतगणना के दो दिन पहले प्रतिद्वंदी उम्मीदवार और उसके मतगणना एजेंटों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कराना यह बताता है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ किसी भी कीमत पर चुनाव जीतना चाहते हैं, चाहे इसके लिए प्रजातंत्र को कुचलना ही क्यों न पड़े। श्री चौहान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस तरह के दमन और उत्पीड़न को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी और प्रदेश की जनता के साथ सड़कों पर उतरकर इस तानाशाही का जवाब देगी।
श्री चौहान ने कहा कि हार की हताशा में डूबी कांग्रेस और उसकी सरकार के मुखिया कमलनाथ को उनके अपने क्षेत्र छिंदवाड़ा में भी पराजय का भय सता रहा है। क्योंकि इस सरकार ने पिछले 4-5 महीने में प्रदेश के लोगों के साथ जो धोखाधड़ी की है, उसका बदला मतदाता ने मतदान में चुका दिया है। चूंकि कमलनाथ को यह समझ आ गया है कि निष्पक्ष तरीके से वे चुनाव नहीं जीत सकते इसलिए उन्होंने सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग करते हुए हमारे प्रत्याशी सहित 22 कार्यकर्ता को गिरफ्तार कर मतगणना से दूर रहने के लिए डराने की कोशिश की है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता न डरेगा, न झुकेगा। हम कमलनाथ सरकार की इस हरकत का मुंहतोड़ जवाब देंगे और मतगणना से पहले यदि फिर कोई हरकत की गयी तो उसी समय कठोर जवाब देने की तैयारी हमारी भी है।

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