जेल की दीवार को एकटक निहारती, न खाई, न सोई, रातभर रोती रही हनीप्रीत, बिगड़ी तबीयत

पुलिस शिकंजे में हनीप्रीत की हालत बिगड़ गई है. पंचकूला के चंडी मंदिर थाने में बंद हनीप्रीत के सीने में दर्द की शिकायत के बाद अस्पताल ले जाया गया है. एक सफाईकर्मी ने बताया कि हनीप्रीत हवालात में एकटक दीवार की निहारते हुए खोई हुई है. उसकी पहली रात भारी बेचैनी में गुजरी है. कल आधी रात में उसका मेडिकल टेस्ट भी कराया गया.

38 दिन से सारी दुनिया की नज़रों से ओझल रही हनीप्रीत अब मीडिया और उसके सवालों से बच नहीं सकी. कभी कैमरे पर तरह की अदाओं से इतराने वाली और 21 तरह के किरदार बदलने वाली हनीप्रीत मीडिया से बचने के लिए चेहरा ढंके तेज़ कदमों से भागती जा रही थी. उससे कई सवाल हुए, लेकिन वो एक ही रट लगाए है कि वो बेकसूर है.

पुलिस की कड़ी घेराबंदी में मेडिकल कराने आधी रात में सिविल अस्पताल पहुंची हनीप्रीत को अपने बचाव के लिए भी पुलिसवालों का ही सहारा लेना पड़ा. हनीप्रीत के साथ पकड़ी गई उसकी साथी और डेरा समर्थक बठिंडा की रहने वाली सुखदीप का भी मेडिकल टेस्ट कराया गया है. हनीप्रीत के अंदर अब मीडिया का सामना करने का ताब नहीं बचा है.

हनीप्रीत पुलिस थाने की हवालात के सख्त फर्श पर रातभर चैन से सो भी नहीं सकी. सारी रात उसे याद आता रहा सुनारिया जेल में बंद राम रहीम और सताता रहा अपने अंजाम का खौफ. हनीप्रीत के हालात बदले तो तस्वीर बदल गई. 25 अगस्त से पहले राजरानी जैसे ऐशो-आराम की जिंदगी गुज़ारने वाली हनीप्रीत कानून से छिपती दर-दर भटकती रही.

हनीप्रीत को उसकी एक महिला साथी के साथ मंगलवार की दोपहर 3 बजे पुलिस ने पकड़ा. इसके बाद पुलिस हनीप्रीत और उस महिला को करीब 4 बजे पंचकूला के सेक्टर-23 में बने चंडी मंदिर थाने लाई. करीब एक घंटा कागज़ी कार्यवाही के बाद हनीप्रीत से पूछताछ शुरू हुई. पहले राउंड की ये पूछताछ करीब 2 घंटे चली. इसके बाद उसका हवालात से सामना हुआ.

3 अक्टूबर, शाम 7 बजे:

– हनीप्रीत को थाने में बनी हवालात में भेजा गया.

– थोड़ी देर बाद हनीप्रीत को चाय दी गई.

– हनीप्रीत ने वो चाय पी और करीब आधे घंटे रीलैक्स किया.

3 अक्टूबर, शाम 7.30 बजे

– शाम करीब 7.30 बजे हनीप्रीत को हवालात से बाहर निकाला गया.

– इसके बाद पूछताछ का दूसरा राउंड शुरू हुआ, जो करीब 2 घंटे तक चला.

3 अक्टूबर, रात 9.30 बजे

– हनीप्रीत को फिर हवालात में बंद कर दिया गया. कुछ देर बाद रात का खाना दिया गया.

– हवालात में रात को हनीप्रीत को खाने के लिए दाल और चपाती दी गई.

– हनीप्रीत ने खाना नहीं खाया. उसने खाना लौटा दिया.

हवालात में हनीप्रीत को सिर्फ 2 कंबल मिले हैं. उसके साथ पकड़ी गई साथी महिला भी उसी हवालात में रखी गई है. हनीप्रीत ने ना ही रात का खाना खाया, ना ही रातभर वो चैन से सो सकी. उसकी पूरी रात बेचैनी में कटी है. कभी वो बेचैनी से हवालात में टहलती रही, तो कभी दीवार से टेक लगाकर बैठी रही. कभी अपनी साथी महिला से हल्की-फुल्की बात करती रही.

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