दलित वर्कर का मर्डर, पीठ पर लिखा- BJP में काम करोगे तो यही अंजाम होगा

पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में बीजेपी के एक दलित कार्यकर्ता की हत्या कर उसकी लाश एक पेड़ से लटका दी गई. उसकी लाश के पीछे एक पोस्टर भी चिपका था, जिस पर लिखा था "बीजेपी के लिए काम करने का यही हश्र होगा."


घटना पुरुलिया के बलरामपुर थाना इलाके की है, जहां सुपढ़िह गांव के पास जंगल में एक पेड़ पर बीजेपी के दलित कार्यकर्ता की लाश लटकी देखकर इलाके में सनसनी फैल गई. मृतक की पहचान 18 वर्षीय त्रिलोचन महतो के रूप में हुई. बीजेपी नेताओं का कहना है कि कुछ नकाबपोश लोग उस युवक को जबरन उसके घर से उठाकर ले गए थे.


भाजपा नेताओं का दावा है कि हालिया पंचायत चुनाव में बीजेपी की ओर से त्रिलोचन की सक्रिय भागीदारी के कारण ही उसकी हत्या की गई है. उसकी लाश के पीछे एक पोस्टर भी चस्पा किया गया था, जिस पर लिखा था कि कम उम्र में बीजेपी के लिए काम करने का यही अंजाम होगा.


इस घटना की ख़बर फैलते ही स्थानीय लोगों के साथ साथ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भी हंगामा शुरू कर दिया. वे पुलिस को त्रिलोचन की लाश ले जाने से भी रोकते रहे. लोग बीजेपी के नेता त्रिलोचन की हत्या में शामिल आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे.


बाद में आश्वासन देकर पुलिस ने लोगों को शांत किया और बीजेपी कार्यकर्ता का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इस घटना को लेकर एक बार फिर पुरुलिया के बलरामपुर ब्लॉक की राजनीति में उबाल आ गया है. बता दें कि हाल ही में हुए पंचायत चुनाव में बीजेपी ने इस ब्लॉक में शानदार प्रदर्शन किया है. बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या को भी इसके प्रतिशोध के रूप में देखा जा रहा है.


पुरुलिया के पुलिस अधीक्षक जॉय बिस्वास ने इस बारे में कहा कि बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या के मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है. प्राथमिक जांच से पता चला है कि यह आपसी रंजिश का मामला है. पुलिस सभी बिंदुओं की जांच कर रही है. उचित जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.


यह पूछे जाने पर कि क्या यह एक राजनीतिक हत्या है, एसपी जॉय बिस्वास ने दावा किया है कि हम पूरे मामले की जांच कर रहे हैं. उधर, बीजेपी के जिला अध्यक्ष विद्यासागर चक्रवर्ती ने आरोप लगाया कि यह टीएमसी के गुंडों का काम है, इस हत्या के पीछे कोई और नहीं है.

उधर, अमित शाह ने इस मामले पर ट्वीट करते हुए लिखा ''पश्चिम बंगाल के बलरामपुर में हमारे युवा कार्यकर्ता त्रिलोचन महतो की क्रूर हत्या से गहरा दुख हुआ है. राज्य के संरक्षण में संभावनाओं से भरा एक युवा जीवन क्रूरता के साथ खत्म कर दिया गया. उसे पेड़ पर फांसी दी गई, क्योंकि उसकी विचारधारा राज्य प्रायोजित गुंडों से अलग थी."


Leave a Reply