नर्सिग होम एक्ट का उल्लंघन कर पैदा की सैकड़ों फर्जी अस्पताल

भोपाल ।  नर्सिंग होम एक्ट का खुला उल्लंघन कर भ्रष्टाचारी और लुटेरे सीएमएचओज ने पूरे प्रदेश में एक-एक दो-दो कमरे के अस्पतालों को मान्यता देकर प्रदेश भर में महामारी में भारी लूट में सहभागिता की है ।प्रदेश सरकार ने इस कालिख से हाथ साफ करने के लिए भोपाल में 10 और पूरे प्रदेश में लगभग 60 अस्पताल बंद करके इस बात पर पर्दा डालने की चेष्टा की है।
प्रदेश कांग्रेस मीडिया उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि प्रदेश में लाखों मौतें हुई हैं। दवा, डॉक्टर, ऑक्सीजन,और बिस्तर के अभाव में इन्हीं मशरूम अस्पतालों ने मौत को परोसा है। केवल इन अस्पतालों को बंद कर सरकार लाखों मौतों पर और जिले के सीएमएचओ के भ्रष्टाचार पर पर्दा डाल रही है। मरीज इतनी कठिन अवस्था में था की वह तो जान बचाने इन अस्पतालों में गया और जान लुटा बैठा। लुटेरी दुल्हनों की तरह जैसे इन अस्पतालों ने मरीजों को लूटा और अब माला डालकर भागना चाहतीं हैं।
गुप्ता ने इस फैसले को अस्पताल माफिया को संरक्षण देने वाला बताते हुए मांग की कि सरकार को तत्काल जुडिशियल इंक्वायरी निर्देशित करनी चाहिए। जिसमें यह पता लगाया जाए कि किन-किन सीएमएचओ ने नर्सिंग होम एक्ट का उल्लंघन कर इन माफिया अस्पतालों को अनुमति देकर करोड़ों रुपए पीटे।
गुप्ता ने कहा कि अब प्रदेश के उन लाखों निर्दोष महामारी के शिकारों की जिंदगी तो नहीं लौटाई जा सकती लेकिन सरकार अगर जरा भी ईमानदार है तो इन लुटेरी दुल्हनों जैसी अस्पतालों को अनुमति देने वाले और चलाने वालों को जेल जरूर भेज सकती है ।माफियाओं को पालने पोसने वाली यह सरकार क्या ऐसा कर सकेगी? इस यक्ष प्रश्न का जवाब प्रदेश की इस सरकार को देना है जो 24 घंटे टीवी पर खड़े होकर 'मैं हूं ना' का जाप करती रहती है।
स्वयं डाक्टर होते हुये भी ऐसी बिना डाक्टरों की अस्पतालों को अनुमति देने वाले स्वास्थ्य मंत्री का इस्तीफा समय की मांग है। तभी अकाल मौत का शिकार आत्माओं की मुक्ति होगी।

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