नासा के क्यूरोसिटी रोवर को मंगल ग्रह पर मिला चिकनी मिट्टी के खनिजों का विशाल संग्रह

वाशिंगटन । अमेरिका की स्पेस अनुसंधान संस्था नासा को अपने शोध अभियान में उसके क्यूरोसिटी मार्स रोवर को मंगल ग्रह पर चिकनी मिट्टी के खनिजों का अब तक का सबसे विशाल भंडार मिला है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एक बयान में बताया है कि क्यूरोसिटी रोवर ने मंगल के दो लक्ष्य स्थलों- ‘एबेरलेडी’ और ‘किलमारी’ से चट्टानों के नमूने लिए। बयान में कहा गया कि मंगल पर मिशन के 2405वें दिन (रक्ताभ ग्रह के अनुसार) 12 मई को रोवर की एक नई सेल्फी में इसका पता चला।
अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि खनिज संपन्न यह क्षेत्र निम्न माउंट शार्प के बगल में है, जहां पर 2012 में क्यूरोसिटी यान ने लैंड किया था। क्यूरोसिटी यान माउंट शार्प पर यह अन्वेषण कर रहा है कि क्या अरबों साल पहले वहां पर जीवन के लिए उपयुक्त माहौल मौजूद था। चिकनी मिट्टी का निर्माण अकसर जल से होता है जो जीवन के लिए अनिवार्य है। रोवर के विशेष उपकरण केमिन (केमिस्ट्री और मिनरोलॉजी) ने चिकनी मिट्टी के खनिज वाले क्षेत्र में खुदाई से प्राप्त चट्टान के नमूने का पहली बार विश्लेषण किया है। 
चेमिन को बेहद कम मात्रा में हेमेटाइट भी मिला है। यह लौह ऑक्साइड खनिज है जो उत्तर में लगे ‘वेरा रूबिन रिज’ में भारी मात्रा में उपलब्ध है। नासा के मुताबिक गेल क्रेटर में एक समय प्रचुर मात्रा में पानी रहने के सबूत मिले हैं जबकि इस पर चर्चा जारी है कि क्षेत्र के लिए इन नई खोजों का क्या निहितार्थ है। नासा के मुताबिक हो सकता है कि पुरानी झीलों की कीचड़ के परत से क्षेत्र की चट्टानों का निर्माण हुआ हो। 

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