परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम स्वदेश निर्मित अग्नि -1 बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण

नई दिल्ली: भारत ने मंगलवार को ओडिशा तटीय क्षेत्र से परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम स्वदेश निर्मित अग्नि -1 बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है.  भारतीय सेना के सामरिक बल कमांड ने बालासोर स्थित अब्दुल कलाम द्वीप से इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (आईटीआर) के लॉन्च पैड-4 से 700 किलोमीटर दूरी की मारक क्षमता वाली मिसाइल का परीक्षण किया.  रक्षा सूत्रों ने बताया कि यह अग्नि-1 का 18वां संस्करण है.  रक्षा सूत्रों के अनुसार, सतह से सतह पर मार करने वाली एकल चरण मिसाइल को सैन्य बलों द्वारा नियमित परीक्षण अभ्यास के तहत लॉन्च किया गया है. सूत्रों के मुताबिक, यह परीक्षण सेना द्वारा कम समय में भी इसे प्रक्षेपित करने की तैयारी की पुष्टि करता है.  अग्नि -1 मिसाइल में एक विशेष नेविगेशन प्रणाली है जो यह सुनिश्चित करती है कि मिसाइल बिल्कुल सटीक तरीके से अपना निशाना भेदने में सफल हो.  15 टन मीटर लंबी व 12 टन वजनी अग्नि -1 एक हजार किलो तक भार ले जाने में सक्षम है.

इससे पहले भारत ने बीती 18 जनवरी को परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम सतह से सतह पर मार करने वाली अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल का ओडिशा के तट से सफल परीक्षण किया था.अग्नि-5 अग्नि मिसाइल श्रृंखला का सबसे उन्नत संस्करण है जो 1960 में शुरू हुए इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम का हिस्सा है. इस मिसाइल के साथ ही भारत अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन के साथ आईसीबीएम क्षमताओं वाले देशों में शामिल हो गया है. अग्नि-5 अग्नि सीरीज की मिसाइलें हैं. इन्हें डिफेंस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन यानी डीआरडीओ ने विकसित किया है. इसकी मारक क्षमता 5000 किलोमीटर है और इस हिसाब से इसकी जद में चीन और पाकिस्तान भी आ जाते हैं. इसे जिस आइलैंड से लॉन्च किया गया है उसका नाम है अब्दुल कलाम.

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