पूर्व मंत्री महेश जोशी पंचतत्व में विलीन:अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में शामिल हुए लोग,

अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में शामिल हुए लोग, रामबाग मुक्तिधाम पर सलामी देने के बाद हुआ अंतिम संस्कार, बेटे ने दी मुखाग्नि

रामबाग मुक्तिधाम पर गार्ड ऑफ ऑनर देकर हुआ अंतिम संस्कार।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री महेश जोशी शनिवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। सुबह पार्थिव देह भोपाल से इंदौर पहुंची। दोपहर में उनकी अंतिम यात्रा उनके घर ओल्ड पलासिया से निकाली गई और रामबाग मुक्तिधाम पहुंची। यहां गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद उनके बेटे पिंटू जोशी ने मुखाग्नि दी। अंतिम यात्रा में कांग्रेस के साथ ही भाजपा के भी कई नेता शामिल हुए। बता दें कि कांग्रेस के जोशी का लंबी बीमारी के बाद शुक्रवार रात भोपाल में निधन हो गया था।

पलासिया से निकली अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।

जोशी को श्रद्धांजलि देने पहुंचीं पूर्व लोस स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा कि जब से मैं राजनीतिक जीवन में आई, हमने साथी के रूप में काम किया। कभी मन में बातें नहीं रखीं। महेश जी ने इंदौर के लिए बहुत कुछ किया। वहीं, पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि उन्होंने ईमानदारी से राजनीतिक जीवन में लोगों की सेवा की है। उन्होंने यदि किसी को जुबान दी तो वे उस पर कायम रहा करते थे। हर परिस्थिति में उन्होंने इंदौरियों की सेवा की। कांग्रेस पार्टी के लिए तो उनका जाना क्षति है ही, प्रदेश के लिए भी यह राजनीतिक क्षति है। वे मेरे पिता तुल्य थे। उन्होंने मेरे राजनीतिक जीवन में हमेशा में मार्गदर्शन किया।

रामबाग मुक्तिधाम पर हुआ अंतिम संस्कार।

1972 में वे पहली बार विधायक बने थे

पूर्व मंत्री महेश जोशी का जन्म 2 अप्रैल 1939 को राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ में हुआ था। सप्ताहभर पूर्व ही वे 82 वर्ष के हुए थे। 1972 में वे पहली बार विधायक बने। 1985 में चुनाव जीतने के बाद वे मंत्री बनाए गए। वे विधानसभा क्षेत्र 1 और विधानसभा क्षेत्र 3 से विधायक रहे। लंबे समय तक उन्होंने 20 सूत्रीय क्रियान्वयन समिति का उपाध्यक्ष पद संभाला। मप्र कांग्रेस के महामंत्री, युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जैसे दायित्व भी निभाए। ओलंपिक संघ के अध्यक्ष रहे और पचमढ़ी में कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन की कमान संभाली।

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