बड़ी कार्रवाईः आईआईटी कानपुर के 60 छात्र बर्खास्त

आईआईटी प्रशासन ने 60 छात्रों को बर्खास्त कर दिया है। इन छात्रों पर चेतावनी के बावजूद एकाडमिक परफार्मेंस ठीक नहीं करने का आरोप है। इनमें अंडर ग्रेजुएट के 46, पोस्ट ग्रेजुएट के 8 तथा रिसर्च के 6 छात्र शामिल हैं। छात्रों का पक्ष जानने के बाद यह फैसला लिया गया। पिछले दिनों हुई आईआईटी सीनेट की बैठक में बर्खास्तगी पर मुहर लगा दी गई। सीनेट के फैसले से शुक्रवार को छात्रों को अवगत कराया गया तो हल्ला मच गया।


आईआईटी प्रशासन ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे कमजोर छात्रों सूचीबद्ध किया था। इन्हें विभागाध्यक्षों के जरिए चेतावनी भी दी गई थी। इन छात्रों से कहा गया था कि पढ़ाई में लापरवाही न करें। यदि परफार्मेंस ठीक नहीं हुई तो कार्रवाई हो सकती है। आईआईटी प्रशासन ने छात्रों से न्यूनतम क्रेडिट प्राप्त न कर पाने की वजह लिखित रूप से मांगी थी। इसमें कुछ छात्रों ने रहत देने की अपील की थी। छात्रों की अपील पर कुछ को आगे पढ़ाई करने का मौका दे दिया गया। इसके बावजूद सीपीआइ (ग्रेडिंग सिस्टम) मानक के अनुसार नहीं पाई गई। विभाग की नोटिस और मौका देने के बाद भी 60 छात्रों की परफार्मेंस में सुधार नहीं हुआ तो कड़े फैसले लिए गए। यह छात्र पास होने के लिए न्यूनतम क्रेडिट प्राप्त नहीं कर पाए थे।  इनमें से कई अंतिम वर्ष के छात्र हैं। इस संबंध में एकाडमिक डीन नीरज मिश्रा का कहना है कि यह नीयमित प्रक्रिया है। कमजोर छात्रों को पूरा मौका दिया जाता है लेकिन जब परफार्मेंस में सुधार नहीं होता तो कार्रवाई की जाती है। कमजोर छात्रों को जितने अधिक से अधिक मौके दिए जा सकते हैं वह दिए गए। बर्खास्त छात्रों की संख्या के बारे में जानकारी नहीं है। उधर, रजिस्ट्रार को कई फोन किए गए लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।

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