बिल्डर का बेटा SI को उड़ाकर कार लेकर दूसरे कैंपस पहुंचा, खून के धब्बे मिटाए; फटा टायर बदला और गाड़ी में ही सो गया,

भोपाल में SI सुधीर मांझी हिट एंड रन मामले में आरोपी बिल्डर का बेटा निकला। आरोपी हादसे के बाद मौके से फरार होकर एक बिल्डिंग में छिप गया। पुलिस मौके से मिली आधी नंबर प्लेट के आधार पर आरोपी के घर पहुंच गई। पुलिस उसका इंतजार करती रही, लेकिन आरोपी एक अन्य बिल्डिंग में सबूत मिटाता रहा। इसके बाद वह कार में ही सो गया। सुबह जब वह घर पहुंचा, तो पुलिस उसका इंतजार करती मिली। पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और साक्ष्य छिपाने समेत अन्य धाराओं में FIR दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।

भोपाल के हनुमानगंज थाने के सब इंस्पेक्टर सुधीर मांझी मंगलवार रात करीब 11 बजे बाइक से 10नंबर मार्केट से खाना खाकर बाइक से घर लौट रहे थे। एकांत पार्क के पास उन्हें एक SUV कार उड़ाते हुए चली गई। हादसे के बाद लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंची। पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की।

इस दौरान पुलिस को मौके से एक टूटी हुई नंबर प्लेट मिली। पुलिस ने नंबर की सीरीज जोड़ते हुए आरोपी का कार का पता लगाया। करीब एक दर्जन कार के नंबर मिलाने के बाद पुलिस असली कार तक पहुंची। कार CI होम्स में रहने वाले अजय अग्रवाल की निकली। अजय अग्रवाल बिल्डर हैं। पुलिस उनके घर पहुंची तो कार गायब थी।

पूछने पर अजय ने बताया कि कार उनका 20 साल का बेटा आदित्य अग्रवाल ले गया है। वह BSS कॉलेज में पढ़ता है। शाम को वह कार लेकर कहीं गया था। लेकिन रात में घर नहीं लौटा। सुबह पुलिस ने घर के आसपास घेराबंदी की। सुबह-सुबह आदित्य पैदल घर की तरफ आता दिखा। उसके घर में प्रवेश करते ही पुलिस ने उसे पकड़ लिया।

घटना के बाद जैसा आदित्य ने पुलिस को बताया...

मैं घर जा रहा था, तभी रास्ते में एक बाइक आगे दिखी। कार की रफ्तार अधिक होने के कारण मेरी कार से बाइक में पीछे से टक्कर हो गई। बाइक गाड़ी में आगे फंस गई थी। कुछ दूर तक ऐसे ही मैं बचने के लिए भागता रहा, जैसे ही ब्रेक लगाया, तो बाइक समेत पुलिसकर्मी सड़क की दूसरी तरफ फिंका गए।

पहले मैंने कार को रोकने का प्रयास किया, लेकिन लोगों को आते देख वहां से भाग गया। पुलिस से बचने के लिए रात को ही चूनाभट्‌टी में SS टावर चला गया। वहां एक कोने में पहुंचकर कार में लगे खून के धब्बे पानी से साफ किए। एक्सीडेंट के कारण सामने का एक टायर फट गया था। उसे भी बदल दिया, लेकिन बोनट काफी टूट गया था। रात भर कार में ही सोता रहा। कार कैंपस में ही छिपाकर घर आ गया।

दो गवाह भी मिले

पुलिस को मौके पर दो गवाह मिले। घटना के बाद हबीबगंज पुलिस थाने की टीम के साथ डायल-100, हनुमानगंज पुलिस थाने और ड्यूटी पर तैनात टीमें पहुंच गई थीं। पुलिस को मौके पर दो गवाह मिले। उन्होंने ही पुलिस को पूरा घटनाक्रम और आरोपी की जानकारी दी थी। इसके कारण रात को ही पुलिस गाड़ी का नंबर कंफर्म कर पाई थी।

कुछ देर तक आंखें खुली रहीं थी सुधीर

हादसे के दौरान सुधीर उछलकर सड़क के दूसरी तरफ सड़क पर गिरे। उनके सिर पर गंभीर चोट लगी थी। हालांकि उनके पहले आरोपी ने एक कार को भी टक्कर मारी थी। लोग जब कार के पास पहुंचे, तो एक और आवाज सुनाई दी। लोग वहां पहुंचे तो एक बाइक पड़ी थी और सड़क के दूसरी तरफ सुधीर मिले। लोग उनके पास पहुंचे, तो उनकी आंखें खुली हुई थीं, लेकिन कोई हरकत नहीं थी।

तीन भाइयों में दूसरे नंबर के थे, 8 जून को बेटी का पहला बर्थडे मनाया था

सुधीर मूलत: ग्वालियर के रहने वाले थे। वह यहां अपनी पत्नी और 13 महीने की बेटी के साथ रहते थे। सुधीर की 3 मई 2018 में शादी हुई थी। बेटी के एक साल के होने के कारण सुधीर ने 8 जून को जन्मदिन भी मनाया था। ग्वालियर में सुधीर के बड़े भाई समीर, पिता और छोटा भाई विकास रहता है। विकास बीमार बताया जाता है। हादसे के बाद से ही सुधीर की पत्नी बेसुध है।

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