बैंकों के साथ समझौते को तैयार विजय माल्या, पर लगा दी ये शर्त!

शराब कारोबारी विजय माल्या ने शुक्रवार को कहा कि वो बैंकों के साथ समझौते और बातचीत के लिए पूरी तरह तैयार हैं. उन्होंने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट से भी दखल देने का आग्रह किया है. माल्या ने ये प्रस्ताव एक ट्वीट के जरिए बैंकों के सामने रखा है.

क्या कहा माल्या ने

माल्या ने ट्वीट किया- 'सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के पास एक बार में ऐसे मामलों को निपटाने के लिए नीतियां हैं. सैकड़ों कर्जदारों ने इसका फायदा उठाकर मामला सुलझाया है, तो मुझे भी इसका लाभ दिया जाना चाहिए. बैंकों ने सुप्रीम कोर्ट के सामने हमारे प्रस्ताव को बिना सोच-विचार किए ठुकरा दिया है. मैं निष्पक्ष आधार पर मामले को निपटाने के लिए तैयार हूं.

माल्या ने आगे कहा- 'मेरी इच्छा है कि सर्वोच्च न्यायालय इसमें हस्तक्षेप करे और बैंकों को निर्देश दे कि वे हमसे बातचीत करें और मामले को सुलझाए. हम तैयार हैं.' गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को ही माल्या से सवाल किया था कि उन्होंने कैसे कर्नाटक हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन करते हुए अपने बच्चों को चार करोड़ डॉलर की संपत्ति हस्तांतरित कर दी है?

माल्या मामले पर क्या बोले जेटली

माल्या से जुड़े मामले में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें भारत वापस लाने की कोशिश में संबंधित एजेंसियां जुटी हैं और हाल ही में हुई उनकी लंदन यात्रा के दौरान भी इस मुद्दे पर चर्चा की गई थी. जेटली ने प्रश्नकाल के दौरान लोकसभा में बताया कि प्रासंगिक एजेंसियों उन्हें प्रत्यर्पण या निर्वासन के जरिए वापस लाने की कोशिश कर रही हैं.

जेटली ने कहा कि पिछले ढाई सालों में सरकार ने कई कदम उठाए हैं. मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम के तहत, ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने माल्या के खिलाफ जब्ती का आदेश जारी किया गया है. इसके बाद 8,040 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की गई है. माल्या पर बैंकों का 9,200 करोड़ रुपये बकाया है, जबकि उनकी 8,040 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है. उन पर करीब 2,000 करोड़ रुपये का आयकर भी बकाया है.

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