भाषण प्रतिबंध के बाद ‘बजरंग बली’ के दर्शन करने पहुंचे सीएम योगी, ईसी से फैसले पर पुनर्विचार को कहा

लखनऊ । नेताओं का अर्नगल बयानबाजियों को लेकर सख्त हुए चुनाव आयोग ने सख्ती दिखाई और सीएम योगी पर कार्रवाई करते हुए भाषण पर 48 घंटे के प्रतिबंध लगा दिया है। वहीं, 'अली-बजरंग बली' बयान पर विवाद के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को लखनऊ के प्रसिद्ध हनुमान सेतु मंदिर में दर्शन करने पहुंचे। यहां उन्होंने भगवान हनुमान के दर्शन के बाद मंदिर परिसर में ही हनुमान चालीसा का पाठ किया। चुनाव आयोग ने योगी आदित्यनाथ के तीन दिन तक जनसभा या भाषण देने पर रोक लगा रखी है। योगी के साथ पार्टी के तमाम नेता और मंत्री आशुतोष टंडन भी थे। इससे पहले चुनाव आयोग को जवाब देते हुए योगी ने एक पत्र में कहा था कि मैं हर शुभ काम की शुरुआत से पहले 'बजरंग बली' को याद करता हूं। उन्होंने पत्र में कहा कि विवाद की शुरुआत बसपा प्रमुख मायावती के बयान से हुई थी, मैंने बस उसका जवाब दिया था। 
ज्ञात हो कि चुनाव प्रचार के दौरान मायावती और योगी आदित्यनाथ के कथित रूप से विद्वेष फैलाने वाले भाषणों का सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को संज्ञान लिया था। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने निर्वाचन आयोग से जानना चाहा कि उसने इनके खिलाफ अभी तक क्या कार्रवाई की है। इसके बाद चुनाव आयोग ने मायावती के चुनाव प्रचार करने पर 48 घंटे और योगी आदित्यनाथ पर 72 घंटे का प्रतिबंध लगाया है। चुनाव प्रचार से रोके जाने पर भाजपा ने चुनाव आयोग से अपील की है कि वह अपने फैसले पर पुनर्विचार करे। दरअसल मेरठ की रैली में मुसलमानों से एकजुट होकर महागठबंधन के लिए वोट करने की मायावती की अपील के जवाब में योगी ने 'अली-बजरंग बली' तंज कसा था। उन्होंने अपने बयान में कहा था, 'अगर कांग्रेस, सपा, बसपा को अली पर विश्वास है तो हमें भी बजरंग बली पर विश्वास है।' 

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