मिर्जा गालिब की शायरी पर ट्रोल हुए थरूर, बाद में मांगी माफी

तिरुवनंतपुरम । अपने सोशल मीडिया पोस्ट और भाषणों के कारण अक्सर चर्चा में रहने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर रविवार को एक बार फिर अपने ट्वीट के कारण खबरों का हिस्सा बन गए। मशहूर शायर मिर्जा गालिब को अपनी श्रद्धांजलि देने के उद्देश्य से शशि थरूर ने एक ट्वीट किया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर उन्हें माफी मांगनी पड़ी। मशहूर शायर मिर्जा गालिब का 220वां जन्मदिन 21 जुलाई को मानते हुए थरूर ने रविवार को एक शायरी पोस्ट की और जब उन्हें पता चला कि इस तारीख को मिर्जा गालिब का जन्मदिन नहीं है, तो उन्होंने सार्वजनिक रूप से गलती स्वीकार की।
रविवार सुबह अपने ट्वीट में थरूर ने लिखा खुदा की मोहब्बत को फना कौन करेगा? सभी बंदे नेक हों तो गुनाह कौन करेगा? ऐ खुदा, मेरे दोस्तों को सलामत रखना, वरना मेरी सलामती की दुआ कौन करेगा। और रखना मेरे दुश्मनों को भी महफूज, वरना मेरी तेरे पास आने की दुआ कौन करेगा।' इस पोस्ट के बाद ख्यात गीतकार जावेद अख्तर के अलावा कई लोगों ने उन्हें बताया कि आपने जो शायरी पोस्ट की है, वह गालिब की नहीं है और आज गालिब का जन्मदिन भी नहीं है। 
थरूर को उनकी गलती बताते हुए जावेद अख्तर ने लिखा, शशि जी जिस भी शख्स ने आपको यह लाइन्स दी हैं, उसपर दोबारा भरोसा नहीं करना चाहिए। यह स्पष्ट है कि किसी ने आपकी साहित्यिक छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए आपसे इन लाइन्स का इस्तेमाल कराया है।' जावेद अख्तर की इस सलाह और अन्य ट्विटर यूजर्स की प्रतिक्रिया को देखते हुए थरूर ने बाद में अपनी गलती सुधार ली और फिर एक ट्वीट किया। इस ट्वीट में थरूर ने लिखा,'गालिब जी मेरे ऑल टाइम फेवरिट हैं, लेकिन आज उनका जन्मदिन नहीं है। मुझे गलत जानकारी दी गई, लेकिन फिर भी इन पंक्तियों का आनंद लें।' इसके आगे एक अलग ट्वीट में थरूर ने जावेद अख्तर को शुक्रिया अदा करते हुए लिखा,'जावेद अख्तर जी और मेरे अन्य दोस्तों का शुक्रिया, जिन्होंने मुझे मेरी गलती का एहसास कराया। जिस तरह हर अच्छा कोट विंस्टन चर्चिल से जोड़ दिया जाता है, भले ही वह उनका ना हो ठीक उसी तरह जो भी शायरी लोगों को ज्यादा पसंद आ जाती है लोग उसका क्रेडिट मिर्जा गालिब को दे देते हैं।' 

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