मुंबई ब्रिज हादसा: 60 सेकेंड की रेड लाइट से  बची दर्जनों लोगों की जान

मुंबई। गुरुवार शाम दक्षिणी मुंबई के व्यस्त छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस रेलवे स्टेशन पर एक फुटब्रिज का बड़ा हिस्सा ढह जाने से मरने वालों की संख्‍या 6 पहुंच गई है, जिसमें 3 महिलाएं शामिल हैं. जबकि ३३ लोग घायल हैं जिनका उपचार चल रहा है. घायलों को सेंट जॉर्ज और जीटी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. ये हादसा शाम 7 बजकर 20 मिनट पर हुआ, जब पुल पर आने जाने वालों की तादाद काफी थी और पुल के नीचे भी काफी लोग आ जा रहे थे. बताया जा रहा है कि यह पुल 30 साल से भी ज्यादा पुराना है. इस पुल को आम तौर पर ‘कसाब पुल’ के नाम से जाना जाता है क्योंकि 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के दौरान आतंकवादी इसी पुल से गुजरे थे. घटना के बारे में एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि पुल के गिरते ही बड़ी जोर की आवाज आई. नीचे कुछ महिलाएं थीं. एक महिला के हाथ में छोटा बच्चा भी था. एक महिला केला बेचने वाली हॉकर थी. जीटी अस्पताल के अंदर काम करने वाली भी एक महिला थी. कम से कम 20 लोग पुल के नीचे उस दौरान जा रहे थे. हादसे के वक्त कुछ लोग ऊपर से नीचे गिरे, गिरते ही शोर मच गया. इस बीच जानकारी के मुताबिक जब यह हादसा हुआ तो उस समय कुर्रा रोड पर रेड सिग्नल था. शाम के वक्त इस ब्रिज के ऊपर से कई लोग गुजर रहे थे. ब्रिज के नीचे एक टैक्सी खड़ी थी. अगर उस समय 60 सेकेंड की रेड लाइट न होती तो इस ब्रिज के नीचे से कई कारें, मोटरसाइकिल और दूसरे वाहन गुजरते हैं. अगर ब्रिज गिरते समय रेड लाइट न होती तो इसके नीचे कई लोग आ सकते थे. ऐसा होता तो यह हादसा और गंभीर हो सकता था. हादसे के वक्त इस ब्रिज के नीचे कुछ ठेले वाले थे और एक कार खड़ी थी. बाकी लोग पुल के साथ नीचे गिरने की वजह से घायल हो गए थे. घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन गंभीर चोटें लगने की वजह से ये लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे. बताया जा रहा है कि हादसे में 33 से ज्यादा लोग घायल है और उनका इलाज चल रहा है. चश्मदीद के अनुसार घायलों में फल बेचने वाली महिला से लेकर अस्पताल की नर्स तक शामिल हैं. उन्होंने बताया कि फुट ओवर ब्रिज का एक हिस्सा जब गिरा तो सड़क पर काफी गाड़ियां थी. ब्रिज का हिस्सा एक टैक्सी के ऊपर गिरा. 
– मृतकों के नाम 
मृतकों की पहचान अपूर्वा प्रभु (35 ) , रंजना तांबे  (40), भक्ती शिंदे (४०), तपेंद्र सिंह (३५), सारिका कुलकर्णी (35) और शिराज खान (32) के रूप में हुई है. अपूर्वा और रंजना जीटी अस्पताल की नर्स थीं, जो कि शाम के वक्त अपनी शिफ्ट पूरी कर मुंबई से सटे डोंबिवली में स्थित अपने घर वापस जा रही थीं.
– प्रधानमंत्री और रेल मंत्री ने दुख व्यक्त किया
प्रधानमंत्री मोदी ने इस हादसे से पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. उन्‍होंने ट्विटर पर लिखा है, 'मुंबई के फुटओवर ब्रिज हादसे में गई लोगों की जान से बेहद दुखी हूं. मेरी संवेदनाएं पीडि़त परिवारों के साथ हैं. घायल लोगों के जल्‍द ठीक होने की कामना करता हूं. महाराष्‍ट्र सरकार सभी उपयुक्‍त सहायता मुहैया करा रही है.'उन्होंने कहा कि मेरी कामना है कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएं. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है.
– मुख्यमंत्री फडणवीस ने दिए उच्चस्तरीय जांच के आदेश
घटना के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस घटनास्थल पर पहुंचे और इस घटना पर दुख जताया. उन्होंने हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए. मुख्यमंत्री फडणवीस ने बीएमसी कमिश्नर, मुंबई पुलिस और रेलवे के अधिकारियों को कॉर्डिनेशन के साथ राहत और बचाव अभियान तेजी से चलाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही इस मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं. मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. इसके अलावा सरकार घायलों के इलाज का पूरा खर्च उठाएगी.
– रेलवे और बीएमसी के खिलाफ एफआईआर
इस हादसे के बाद महाराष्ट्र सरकार ने उच्च स्तरीय जांच की सिफारिश की है. मामले में आजाद मैदान पुलिस स्टेशन में आईपीसी धारा 304 ए (लापरवाही से मौत) के तहत मध्य रेलवे और बीएमसी के संबंधित अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.

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