मुशर्रफ की हत्या के प्रयास में एक और दोषी को फांसी

पेशावर। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की हत्या का असफल प्रयास करने वाले वायुसेना के जवान को बुधवार सुबह फांसी पर लटका दिया गया। पेशावर हमले के बाद फांसी देने का यह सातवां मामला है। इनमें छह मुशर्रफ की हत्या के प्रयास के मामले में दोषी करार दिए गए अभियुक्त हैं।

पाकिस्तानी वायुसेना में जूनियर टेक्नीशियन के पद पर रहे नियाज मुहम्मद को बुधवार सुबह को पेशावर के सेंट्रल जेल में फांसी पर लटकाया गया। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के स्वाबी जिले के रहने वाले नियाज पर वर्ष 2003 में रावलपिंडी में पूर्व सैन्य प्रमुख परवेज मुशर्रफ की हत्या का प्रयास करने का आरोप था। नियाज को फांसी देने के लिए हेलीकॉप्टर से पेशावर सेंट्रल जेल लाया गया था। मंगलवार तक वह हरिपुर सेंट्रल जेल में बंद था। पेशावर जेल के अधीक्षक ने सोमवार को ही पेशावर के जिला जज को पत्र लिखकर फांसी की निगरानी के लिए मजिस्ट्रेट नियुक्त करने का आग्रह किया था।

नौ साल पहले ठहराया गया था दोषी

मुशर्रफ की हत्या करने का पहला प्रयास 14 दिसंबर, 2003 में किया गया था। इसमें वायुसेना के छह जवानों को वर्ष 2005 में दोषी करार दिया गया था। नियाज समेत पांच को फांसी और एक को उम्रकैद की सजा दी गई थी। फांसी की सजा पाया अदनान राशिद वर्ष 2012 के बानू जेल से फरार हो गया था। इसके अलावा 25 दिसंबर, 2005 में भी मुशर्रफ की हत्या का प्रयास किया गया था। इसमें सात को दोषी ठहराया गया था, जिनमें पांच को फांसी दी जा चुकी है।

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