‘मोटे’ पायलटों को एयर इंडिया ने दी अनोखी सजा, अब जमीन पर करेंगे काम!

एयर इंडिया ने अपने पायलट ग्रुप के सामान्य से अधिक वजन के 57 सदस्यों को उड़ान ड्यूटी से हटाकर ग्राउंड स्टाफ की ड्यूटी पर लगा दिया है। पायलट ग्रुप से हटाए गए कर्मचारियों में कुछ एयर होस्टेस भी शामिल हैं। एयर इंडिया के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन सभी कर्मचारियों को निर्धारित अवधि के भीतर शेप में आने (वजन सामान्य करने) के लिये कहा गया है और ऐसा नहीं करने की स्थिति में उन्हें स्थायी तौर पर ग्राउंड स्टाफ के काम में लगा दिया जाएगा।

एयर इंडिया में पायलट ग्रुप के लगभग 3,800 सदस्य हैं जिनमें से 2,500 महिलाएं हैं। कैबिन क्रू के कुल सदस्यों में से 2,200 स्थायी नौकरी पर हैं। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के नियमों के मुताबिक कैबिन क्रू के सदस्यों की समय-समय पर मेडिकल जांच के जरिए निर्दिष्ट चिकित्सकों को उन्हें फिट, अस्थायी रूप से अनफिट या स्थायी रूप से अनफिट घोषित करना होता है।

नियमित जांच के दौरान इन सदस्यों का वजन सामान्य से अधिक पाया गया था जिसके बाद उन्हें निर्धारित अवधि के भीतर उड़ान के लिए फिट होने को कहा गया। ऐसा करने में नाकाम रहने पर पिछले महीने उन्हें उड़ान ड्यूटी से हटाकर जमीनी ड्यूटी में लगा दिया गया।

इससे पहले सितंबर 2015 में भी एयरलाइन ने अधिक वजन वाले 125 कर्मचारियों को उड़ान ड्यूटी से हटाया था। डीजीसीए के नियमों के मुताबिक पुरूषों के लिए 18..25 के बीच बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) सामान्य माना गया है जबकि महिला के लिए 18..22 बीएमआई सामान्य है। नियमानुसार अधिक वजन वाले कैबिन क्रू सदस्य को अस्थायी अनफिट माना जाता है और वजन कम करने के लिए तीन महीने का वक्त दिया जाता है। इसमें असफल रहने पर कर्मचारी को स्थायी अनफिट माना जाता है।

Leave a Reply