मोदी ने सपेरों को मुख्यधारा में जोड़ा, इसलिए अब गांव के 200 घरों में होती है उनकी पूजा

 गुजरात में मोरबी जिले के वांकानेर से आगे भोजपरा वादी वसाहत बस्ती में 200 घरों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंदिर बनाए गए हैं। यहां उनकी सुबह-शाम पूजा और आरती की जाती है। बस्ती के लोगों का कहना है कि मोदी उनके लिए भगवान हैं। दरअसल, मोदी ने यहां रहने वाले लोगों को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए सतत प्रयास किए। बच्चों की पढ़ाई के लिए स्कूल की व्यवस्था कराई। लोगों को पक्के घर देकर छत मुहैया कराई। नतीजन, लोगों ने उन्हें अपना भगवान मान लिया।

मोदी ने शर्त रखी थी- बच्चों से सांप पकड़वाने का कारोबार नहीं करवाएंगे

वांकानेर हाइवे से 4 किलोमीटर दूर भोजपरा वादी वसाहत की किस्मत तब खुल गई, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने वादी के लोगों की अपील पर 200 परिवारों को पक्का मकान बनाने के लिए प्लॉट देने की घोषणा की थी। इसके साथ ही मोदी ने एक शर्त भी रखी थी कि वादी में रहने वाले परिवार अपने बच्चों से सांप पकड़वाने का कारोबार नहीं करवाएंगे। बच्चों को स्कूल में पढ़ाएंगे। इसके बाद ही मोदी यहां के लाेगों के लिए मानाे भगवान बन गए।

यहां 'मोदी मंदिर' के अलावा कोई धार्मिक स्थल नहीं

ग्रामीण स्कूल के पास मोदी का मंदिर बनाकर सुबह-शाम पूजा-आरती करते हैं। यहां पढ़ने आने वाले छात्र पहले मंदिर में दर्शन करते हैं और फिर स्कूल में प्रवेश करते हैं। इस गांव में खोडियार वसाहत आश्रम के अलावा कोई धार्मिक स्थल नहीं है। सन‌् 2002 में ही मोदी की घोषणा के 24 घंटे बाद ही यहां तंबू शाला शुरू कर दी गई थी। उस समय 120 छात्र थे। आज इस स्कूल में बिजली, पानी और 20 कम्प्यूटर हैं। गांव में प्राथमिक तक पढ़ाई करने वाली वरियालीबेन सोलंकी आज आंगनबाड़ी संभालती हैं। 

मोदी ने मंदिर बनाने का विरोध किया था
राजकोट के कोठारिया में भी मोदी का मंदिर बनाया गया था। हालांकि मीडिया में इसकी खबर आने के बाद तोड़ दिया गया। मोदी ने उस समय ट्वीट करके मंदिर बनाने का विरोध करते हुए कहा था कि ऐसा नहीं होना चाहिए। 

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