राजस्थान में कोरोना का खतरा बढ़ता देख बोले CM गहलोत- नियमों का करें पालन, नहीं तो करेंगे सख्ती

जयपुर. कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमितों की संख्या में फिर से हो रही वृद्धि के मद्देनजर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने शनिवार को राज्य के लोगों का आगह करते हुए कहा कि वे कोविड-19 प्रोटोकॉल का ध्यान से पालन करें, क्योंकि ऐसा नहीं होने पर सरकार को सख्ती बरतनी पड़ेगी. इस बीच राज्य सरकार ने और चार राज्यों से राजस्थान आने वाले लोगों के लिए कोरोना वायरस जांच रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य कर दिया है. राज्य में शनिवार को भी संक्रमण के 200 से ज्यादा (233) नए मामले सामने आए हैं. अभी तक कुल 3,21,356 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. इसका जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्वीट किया, ‘‘मार्च की शुरुआत से राज्य में कोविड-19 के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. पिछले महीने प्रतिदिन 100 से भी कम मामले आ रहे थे, लेकिन अब यह संख्या रोजाना 200 से अधिक पहुंच गई है.’’

गहलोत ने कहा, ‘‘आमजन से अपील है कि प्रोटोकॉल का पूर्ववत पालन करें अन्यथा सरकार को पहले की तरह सख्ती बरतनी पड़ेगी.’’ इस बीच राज्य सरकार ने और चार राज्यों पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश और गुजरात से आने वालों के लिए भी अधिकतम 72 घंटे पुरानी कोरोना वायरस संक्रमण की आरटीपीसीआर जांच की नेगेटिव रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य कर दिया है. प्रमुख शासन सचिव अभय कुमार ने शनिवार को इस आशय का आदेश जारी किया. राज्य सरकार इससे पहले केरल और महाराष्ट्र से राजस्थान आने वाले लोगों के लिए यह अनिवार्यता लागू की थी.

4 स्टाफ में संक्रमण की पुष्टि हुई थी
बता दें कि बीते दिनों उदयपुर में एक बार फिर कोरोना के कई मामले सामने आए थे. शहर के अंबामाता इलाके के राजकीय प्रज्ञा चक्षु उच्च माध्यमिक अंध विद्यालय में बच्चों में संक्रमण पाया गया था. बच्चों के संक्रमित होने की सूचना पर प्रशासन, पुलिस और चिकित्सा महकमे में हड़कंप मच गया था. प्रज्ञा चक्षु विद्यालय में 25 बच्चों और 4 स्टाफ में संक्रमण की पुष्टि हुई थी.
शिक्षक से बच्चों तक कोरोना पसरने का अनुमान

बताया जा रहा था कि दो दिन पहले एक शिक्षक का कोरोना टेस्ट कराया गया था. उसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सभी बच्चों की सैंपलिंग कराई गई थी. अनुमान लगाया जा रहा था कि ये सभी बच्चे शिक्षक के संपर्क में आने के बाद ही पॉजीटिव हुए थे. एक शिक्षक के संक्रमित होने के बाद प्रिंसिपल ने सभी की जांच कराई ​थी. चिकित्सा विभाग ने अंध विद्यालय के 80 बच्चे और 10 स्टाफ की सैंपलिंग कराई थी. इसकी रिपोर्ट आज आई और उसमें 25 बच्चे और तीन स्टाफ में संक्रमण की पुष्टि हुई थी.

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