विधानसभा चुनाव की ब्राह्मण पिच पर मायावती का मास्टरस्ट्रोक

अयोध्या। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले ब्राह्मण वोटर्स पर डोरे डाल रही बहुजन समाज पार्टी अब बिकरु कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के साथी अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे की रिहाई के लिए कानूनी लड़ाई लड़ेगी। बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा खुशी दुबे केस की कोर्ट में पैरवी करेंगे। उल्लेखनीय है कि खुशी दुबे की शादी के तीन दिन बाद ही अमर दुबे को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था। खुशी पर हत्या और आपराधिक साजिश सहित आईपीसी की कड़ी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल खुशी बाराबंकी जिले किशोर केंद्र में बंद हैं।
  अयोध्या में 23 जुलाई से शुरू हो रहे बसपा के ब्राह्मण सम्मलेन की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे पूर्व मंत्री नकुल दुबे से जब इस बाबत सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सतीश चंद्र मिश्रा एक वरिष्ठ वकील हैं, और जो भी उनसे मदद मांगता है वे इनकी पैरवी करते हैं। अगर उन्होंने खुशी दुबे के वकालतनामा पर हस्ताक्षर किए हैं तो वे कोर्ट में उनकी पैरवी करेंगे और रिहाई की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी जाति या समुदाय का व्यक्ति अगर मदद मांगता है तो उसकी मदद की जाती है। गौरतलब है कि खुशी दुबे पिछले साल 8 जुलाई से जेल में बंद हैं और उन्हें अभी तक जमानत नहीं मिली हैं। उन्होंने जमानत के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया है। अब बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा खुशी दुबे की पैरवी कर उनकी रिहाई की मांग करेंगे। ख़ुशी दुबे की शादी के तीन दिन बाद ही विकास दुबे के शार्पशूटर अमर दुबे को पुलिस ने हमीरपुर में हुए एक एनकाउंटर में मार गिराया था। बिकरु कांड के बाद पुलिस ने खुशी दुबे को भी आरोपी बनाया है।

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