संविदा स्वास्थ्य कर्मियों को नहीं मिल रहा लाभ..

जबलपुर। कोरोना से दिन-रात जंग लड़ रहे  संविदा चिकित्सक, नर्स, फार्मासिस्ट, लैब, टेक्नीशियन, एएनएम, प्रबन्धन इकाइयां, ऑपरेटर, आयुष, एड्स, टीबी परियोजना के समस्त कर्मचारी विभिन्न प्रकार की समस्याओं से जूझ रहे हैं। जिसको लेकर उन्होंने अनोखे प्रदर्शन की शुरुआत की  जिसमें थाली में आधी रोटी के साथ प्रदर्शन किया गया। 
उल्लेखनीय है कि   राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में 2 साल बीत जाने के बाद भी नियमित न होने से संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों में सरकार के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है।  । वहीं लगातार कोविड 19 में ड्यूटी के दौरान 6 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हुई आकस्मिक मृत्यु,स्वास्थ्य विभाग और प्रदेश सरकार द्वारा किसी भी शहीद कोरोना योद्धा के परिवार को 50 लाख रुपये व अनुकम्पा नियुक्ति नहीं दी गई है । राज्य शासन की ओर से मुख्यमंत्री कोविड 19 कल्याण  योजना से भी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी वंचित हैं । 10,000/- की अतिरिक्त राशि भी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को नहीं दी जा रही है। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी बिना बीमा,पेंशन,अनुकम्पा नियुक्ति ,सामाजिक सुरक्षा,मंहगाई-दैनिक भत्ते को साथ नियमित की तुलना में आधे वेतन में काम कर रहे हैं । 
सरकार पर यह आरोप
भाजपा सरकार द्वारा स्वयं अपनी सरकार के द्वारा निर्मित और पारित हो चुके नियमों का पालन कराने में पूर्णत: नाकाम और असफल है सरकार – संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष सौरभ सिंह चौहान के आह्वान पर आज जबलपुर सहित 51 जिलो में 19000 संविदा स्वास्थ्य  कर्मचारीयो ने खाली थाली और आधी रोटी के साथ प्रदर्शन किया। विगत वर्षों में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने 42 दिन की हड़ताल की थी जिसके उपरांत सरकार ने 5 जून 2018 को संविदा नीति बनाई थी ।

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