सीरियल रेपिस्ट बोला, इस काम में आता था मजा, 2001 में पहली बार ऐसा किया

नई दिल्ली। सैकड़ों नाबालिग लड़कियों के साथ कथित तौर पर उत्पीड़न करने के मामले में कल गिरफ्तार किए गए सुनील रस्तोगी ने पुलिस से कहा कि उसे इस काम में मजा आता था और उसने पहली बार साल 2001 में ऐसा किया था।

सुनील रस्तोगी ने पुलिस को बताया कि वह अंधविश्वासी है और उत्तराखंड के रूद्रपुर से दिल्ली के लिए केवल संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से यात्रा करता था और भाग्यशाली मानकर हर बार लाल रंग की जैकेट पहनता था।

पुलिस ने बताया कि आरोपी के माता-पिता न्यू अशोक नगर के घरौली इलाके में रहते हैं और उनसे मिलने के लिए वह सप्ताह में एक बार यहां आता था और नाबालिग लड़कियों को निशाना बनाता था। अदालत ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

बता दें कि दिल्ली पुलिस ने कई मासूम बच्चों से बलात्कार के आरोपी सुनील को रविवार को गिरफ्तार किया था। पुलिस के मुताबिक सुनील रस्तोगी नाम का ये शख्स मासूम बच्चों को बहलाकर अपने साथ ले जाता था और फिर रेप की वारदात को अंजाम देता था। सुनील रस्तोगी की उम्र 38 साल है और इसके परिवार में पत्नी और 5 बच्चे हैं। सुनील उत्तराखंड के रुद्रपुर का रहने वाला है।

सुनील वक्त मिलते ही रामपुर से ट्रेन से दिल्ली एनसीआर के अलग अलग शहरों में अपनी हवस की खुराक की तलाश में घूमता और मौका मिलते ही अपने काम को अंजाम देकर चलता बनता। सबसे खास बात यह कि पिछले चार साल में जब-जब सुनील रस्तोगी मासूम बच्चियों के साथ रेप और छेड़छाड़ की वारदात को अंजाम देता, तब-तब एक ही कपड़े पहनकर आता था।

सुनील के कबूलनामे ने पुलिस को भी हैरान कर दिया है। यह एक ही कपड़े पहनकर रेप की वारदात करता था और हमेशा एक ही जूते, एक ही जैकेट पहनता था। एक ही दिन वारदात को अंजाम देने के लिए घर से निकलता था और एक ही नंबर की ट्रेन में सफर भी करता था।

ऐसे देता था वारदात को अंजाम

पुलिस के मुताबिक सुनील रस्तोगी बच्चों को नए कपड़े दिखाता था और उनसे कहता था कि ये कपड़े उनके पापा ने भेजे हैं। वो बच्चों को ये कहकर भी फुसलाता था कि उनके पापा ने उनको मिलने के लिए किसी जगह पर बुलाया है। मासूम बच्चे इस दरिंदे की बातों में फंसकर उसके साथ चलने को तैयार हो जाते थे। फिर वो बच्चों को किसी सुनसान जगह पर ले जाता था और रेप करके वहां से फरार हो जाता था।

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