हरियाणा में 9 सीटों पर भाजपा आगे रोहतक सीट पर दीपेंद्र और अरविंद शर्मा के बीच सबसे रोचक मुकाबला

पानीपत। हरियाणा की 10 सीटों पर हुए लोकसभा चुनाव की मतगणना जारी है। हरियाणा की 9 सीट पर भाजपा आगे चल रही है लेकिन सबसे रोचक मुकाबला रोहतक में चल रहा है। यहां पल-पल समीकरण बदल रहे हैं। कभी कांगेस के दीपेंद्र हुड्डा आगे चल रहे हैं तो कभी भाजपा के अरविंद शर्मा आगे हो रहे हैं। 11 बजे तक दीपेंद्र हुड्डा ने 8414 वोट की लीड हासिल कर ली है। वहीं अभी तक हरियाणा की सबसे बड़ी लीड करनाल के उम्मीदवार संजय भाटिया ने हासिल कर रखी है। वे ढ़ाई लाख वोट से आगे हैं। वहीं अम्बाला में रत्नलाल कटारिया 77995 वोट, भिवानी से धर्मबीर डेढ़ लाख वोट, फरीदाबाद में कृष्ण लाल गुज्जर 11354 वोट, गुड़गांव से राव इंद्रजीत 165957 वोट, हिसार से बृजेंद्र सिंह 139425 वोट, कुरुक्षेत्र में नायब सिंह सैनी 158101 वोट, सिरसा में सुनीता दुग्गल 71021 वोट और सोनीपत से रमेश कौशिक 63410 वोट से आगे है। 

10 बजे तक रुझानः सुबह 10 बजे तक हरियाणा की सभी 10 सीटों पर भाजपा आगे चल रही है। सोनीपत में भाजपा के रमेश चंद्र कौशिक ने कांग्रेस के दिग्गज नेता भूपेंद्र हुड्डा के खिलाफ 14890 वोट की बढ़त ले रखी है। वहीं रोहतक में पहले भूपेंद्र हुड्डा आगे चल रहे थे लेकिन 2 घंटे बाद अरविंद शर्मा ने 4382 वोट की बढ़त ली। करनाल लोकसभा में संजय भाटिया सबसे ज्यादा 74 हजार 533 वोट से आगे हैं। वहीं अम्बाला में भाजपा के रत्नलाल कटारिया 15,758, भिवानी में धर्मवीर सिंह 51291, फरीदाबाद में कृष्णपाल गुज्जर 23783, गुड़गांव में राव इंद्रजीत 25878, हिसार में बृजेंद्र सिंह 29061, कुरुक्षेत्र में नायब सैनी 56722, सिरसा में सुनीता दुग्गल 20572 वोट से आगे हैं। 

9 बजे तक के रुझान

9 बजे तक अम्बाला में रत्नलाल कटारिया ने 206, भिवानी से भाजपा के धर्मबीर सिंह ने 4428, फरीदाबाद में भाजपा के कृष्ण पाल गुज्जर ने 5050, गुड़गांव में भाजपा के राव इंद्रजीत ने 2086, हिसार में भाजपा के बृजेंद्र सिंह ने 538, करनाल में भाजपा के संजय भाटिया ने 25220, सुनीता दुग्गल ने 1028 और सोनीपत में रमेश कौशिक ने 1115 वोट से बढ़त हासिल कर ली थी। 

39 स्थानों पर 90 मतगणना केंद्र पर हो रही है मतणगना

हरियाणा में 39 स्थानों पर 90 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। जहां मतगणना हो रही है। ईवीएम मशीनों की गणना के बाद हर विधानसभा क्षेत्र के पांच मतदान केन्द्रों की वीवीपैट मशीनों की वोटर-स्लिप की गणना मैन्युअली की जाएगी। उसके बाद वोटों के मिलान उपरांत ही परिणाम घोषित किए जाएंगे। रोहतक, सोनीपत, झज्जर, भिवानी, सिरसा और हिसार जिलों में केंद्रीय सशस्त्र अर्धसैनिक बलों की 10 अतिरिक्त कंपनियां मिली हैं। 

दिग्गजों के लिए साख बचाना चुनौती 

इस बार हरियाणा के चार पूर्व सीएम भजनलाल, देवीलाल, बंसीलाल और भूपेंद्र हुड्डा के परिवारों के लिए अपनी साख बचाना बड़ी चुनौती है। अगर हारे तो आगामी विधानसभा चुनाव पर सीधा असर पड़ेगा। एक्जिट पोल के नतीजों में भाजपा को बढ़त दिखाई गई है। वहीं 2014 में भाजपा ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए 7 सीटें जीती थी, 2 सीट इनेलो के पास थी वहीं एक सीट कांग्रेस पार्टी जीतने में कामयाब हुई थी। इस बार भी सभी सीटों पर कांग्रेस, इनेलो और जजपा उम्मीदवारों की भाजपा से ही टक्कर है।  

70.35 प्रतिशत हुआ था मतदान
हरियाणा में छठे चरण में 12 मई को हुए मतदान में 70.35 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया था। 10 सीटों पर 223 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं। चुनाव के बाद फरीदाबाद के असावटी गांव के बूथ नंबर 88 का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। इस वीडियो में यहां तैनात पोलिंग एजेंट गड़बड़ी करते नजर आया था। इस वीडियो को वायरल होने पर चुनाव आयोग ने कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज करवाया था और आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया गया था। असावटी में 19 मई को फिर से मतदान हुआ था।
 

इन सीटों पर दिग्गज मैदान में
हरियाणा की सबसे हॉट सीट की बात करें तो रोहतक, सोनीपत और हिसार मानी जा रही हैं। यहां भजनलाल, देवीलाल और पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के परिवारों में टक्कर है। रोहतक की बात करें तो तीन बार के सांसद व कांग्रेस प्रत्याशी दीपेंद्र हुड्डा का मुकाबला भाजपा के अरविंद शर्मा से है। दीपेंद्र को अपने गढ़ में ही कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। वे अपने काम व पुश्तैनी राजनीति पैठ और जाट वोट बैंक की बदौलत वोटों की बदौलत जीत हासिल कर सकते हैं। वहीं भाजपा के उम्मीदवार अरविंद शर्मा भी कम नहीं हैं। भाजपा ने यहां अपने संगठन की ताकत से चुनाव लड़ा है। मोदी फैक्टर के साथ-साथ नॉन जाट वोट बैंक को भी अपने पाले में लाने का प्रयास किया गया है।
 

सोनीपत में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा कांग्रेस के प्रत्याशी हैं। उनकी टक्कर भाजपा के दो बार से सांसद रमेश कौशिक से है। हालांकि जननायक जनता पार्टी से यहां दिग्विजय चौटाला मैदान में हैं लेकिन वे हुड्डा के जाट वोट बैंक में सेंधमारी करेंगे। भूपेंद्र हुड्डा को इस इलाके में सबसे ज्यादा जाट वोट बैंक होने का फायदा मिलेगा, जिस वजह से उनकी जीत के आसार हैं। वहीं रमेश कौशिक को मोदी का सहारा है। उन्हें शहरी क्षेत्र में अच्छे वोट मिलेंगे लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में उन्हें चुनौती का सामना करना पड़ेगा।
 

हिसार में तीन दिग्गज चेहरे मैदान में हैं। कांग्रेस सीट पर पूर्व सीएम भजन लाल के पोते भव्य बिश्नोई, जजपा से ओमप्रकाश चौटाला के पोते दुष्यंत चौटाला और भाजपा से बीरेंद्र सिंह के पुत्र बृजेंद्र सिंह प्रत्याशी हैं। टक्कर दिग्विजय और बृजेंद्र के बीच मानी जा रही है। बृजेंद्र को यहां मोदी और अपने पिता के फेस पर वोट मिलेंगे। वहीं दुष्यंत चौटाला अपने सांसद कार्यकाल के कामों के दम पर वोट हासिल कर सकते हैं। दोनों के बीच कांटे का मुकाबला रहेगा।
 

बाकी 7 सीटों पर इनके बीच है टक्कर
अम्बाला सीट पर भाजपा उम्मीदवार रत्नलाल कटारिया और कांग्रेस प्रत्याशी कुमारी सैलजा के बीच टक्कर है। तो कुरुक्षेत्र सीट पर भाजपा के नायब सिंह सैनी और कांग्रेस के निर्मल सिंह के बीच मुकाबला है। पानीपत में भाजपा के संजय भाटिया को कांग्रेस के कुलदीप शर्मा टक्कर देंगे। सिरसा में भाजपा प्रत्याशी सुनीता दुग्गल और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर आमने-सामने हैं। भिवानी में कांग्रेस प्रत्याशी श्रुति चौधरी के लिए भाजपा के मौजूदा सांसद धर्मबीर से जीतना बड़ी चुनौती है। तो गुरुग्राम सीट पर मौजूदा भाजपा सांसद राव इंद्रजीत का मुकाबला कांग्रेस के प्रत्याशी कैप्टन अजय यादव से है। फरीदाबाद में भाजपा के प्रत्याशी व मौजूदा सांसद कृष्ण पाल गुज्जर के सामने कांग्रेस के अवतार सिंह भड़ाना मैदान में हैं।
 

2014 में भाजपा ने जीती थी 7 सीट

भारतीय जनता पार्टी 2014 में 7 सीटें जीती थी। इस बार इनमें से 5 प्रत्याशियों को दोबारा मैदान में उतारा गया है। अम्बाला सीट पर रत्नलाल कटारिया, सोनीपत सीट पर रमेश कौशिक, गुरुग्राम में राव इंद्रजीत, फरीदाबाद में कृष्ण पाल गुज्जर, भिवानी धर्मबीर को दौबारा यहीं से टिकट दी गई है। कुरुक्षेत्र से सांसद राजकुमार सैनी ने पार्टी से किनारा कर लिया, उन्होंने अपनी लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी बना ली। करनाल से सांसद अश्विनी चौपड़ा स्वास्थ्य कारणों से चुनाव नहीं लड़े। वहीं रोहतक से चौथी बार दीपेंद्र हुड्डा मैदान में हैं। वे यहां से लगातार चौथी बार चुनाव लड़ रहे हैं, इसमें एक बार का उपचुनाव भी शामिल है। हिसार से इनेलो के सांसद दुष्यंत चौटाला ने अपनी पार्टी बना ली है, वे जजपा से चुनाव मैदान में हैं। सिरसा सीट पर इनेलो के सांसद चरणजीत सिंह रोडी फिर से चुनाव लड़ रहे हैं।
 

चुनावी हार-जीत तय करेगी विधानसभा का रास्ता
इस बार चुनावी हार-जीत आगामी विधानसभा चुनाव का रास्ता तय करेगी, जो सितंबर 2019 में होने हैं। फिलहाल भाजपा की मनोहर सरकार सत्ता में है। यदि एक्जिट पोल के नतीजों के मुताबिक भाजपा प्रदर्शन करती है तो सीधे-सीधे विधानसभा चुनाव में उन्हें फायदा मिलेगा। वहीं कांग्रेस व अन्य क्षेत्रीय पार्टियों के लिए संकट खड़ा हो जाएगा। हुड्डा पिता-पुत्र के लिए अपनी सीट बचाना चुनौती है। यदि वे सीट बचाते हैं तभी चुनाव में प्रभाव डाल पाएंगे।
 

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