10वीं पास ने बैंकों को लगाया दो करोड़ का चूना
नई दिल्ली
आठवीं और 10वीं कक्षा पास युवक प्लानिंग कर राष्ट्रीकृत बैंकों को दो-तीन साल तक धोखा देते रहे। उन्होंने 20 पॉश कॉलोनियों में किराए पर घर लेकर फर्जी दस्तावेज बनवा कर बैंकों से महंगी कारें और एसयूवी फाइनैंस कराईं। उन्होंने बैंकों को दो करोड़ रुपये का चूना लगा दिया। तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
क्राइम ब्रांच के जॉइंट कमिश्नर रवींद्र सिंह यादव के मुताबिक, पुलिस को खबर मिली थी कि बैंकों से चीटिंग करने वाले गिरोह के मेंबर रोहिणी के सेक्टर 18 में आने वाले हैं। इंस्पेक्टर रवींद्र वर्मा, एसआई बलजीत सिंह, हवलदार विजय त्यागी आदि पुलिसकर्मियों की टीम ने बगैर नंबर प्लेट की टाटा जेस्टा कार को रोक कर गौरव कपूर नामक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। वह नरेला में रहता है। तहकीकात में पता चला कि यह कार गौरव के साथी अमित मखीजा ने फर्जी दस्तावेजों पर रवि कुमार के फर्जी नाम पर बैंक से फाइनैंस कराई थी।
शालीमार बाग थाने में इस बारे में शिकायत पेंडिंग है। गौरव के खिलाफ सदर बाजार थाने में दर्ज एक अन्य चीटिंग केस में एफआईआर हुई थी। उस केस में उसे भगोड़ा घोषित करने की कार्रवाई चल रही थी। अमित मखीजा उर्फ रवि के खिलाफ पटेल नगर थाने में चीटिंग की एफआईआर दर्ज है। पुलिस के मुताबिक, उसने फर्जी दस्तावेजों पर पंजाब ऐंड सिंध बैंक से स्कॉर्पियो फाइनैंस कराई थी। उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया। उसके बड़े भाई मनोज मखीजा के खिलाफ बाराखंभा रोड थाने में एफआईआर दर्ज है। उसने एसबीआई से कार फाइनैंस कराई थी। उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया। वह रोहिणी सेक्टर 15 में रहता है।
जॉइंट कमिश्नर ने बताया कि यह तीनों और इनके साथी पॉश कॉलोनियों में ऐसे घरों को किराए पर लेते थे, जिनके मालिक बाहर रहते थे। इन घरों के अड्रेस पर यह लोग आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड, बैंक स्टेटमेंट बनवा लेते थे। इसके बाद यह लोग बैंकों में कार लोन अप्लाइ करते थे। घर में बैंक के लोन मैनेजर की विजिट से पहले किसी महिला और बच्चों का प्रबंध भी कर लेते थे, जिससे कि जांच आसानी से पूरी हो जाए। कार फाइनैंस होते ही दो-चार दिन के अंदर उसे 40 पर्सेंट पर किसी को बेच कर यह लोग घर छोड़ देते थे।