16 साल पहले भारत पर एटमी अटैक का था प्लान: मुशर्रफ

पाकिस्तान के पूर्व सैन्य तानाशाह जनरल परवेज मुशर्रफ ने कहा कि 2001 में भारतीय संसद पर हुए आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच पैदा हुए तनाव के चलते वह भारत के खिलाफ परमाणु हथियारों के इस्तेमाल पर विचार करने लगे थे, लेकिन वह ऐसा जवाबी कार्रवाई के तौर पर करने की सोच रहे थे।

जापानी समाचार पत्र मेनची शिंबुन को दिए इंटरव्यू में 73 वर्षीय मुशर्रफ ने कहा कि जब वह परमाणु हथियारों को मोर्चों पर तैनात करने के बारे में विचार कर रहे थे तो वह कई रातों तक सो नहीं पाए थे। उन्होंने कहा कि 2002 में तनाव बहुत बढ़ गया था। दोनों ओर से धमकियां दी जानें लगीं थी और परमाणु हथियार के इस्तेमाल का खतरा बढ़ गया था।मुशर्रफ ने उस समय भी सार्वजानिक रूप से परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की आशंका से इनकार नहीं किया था।

मुशर्रफ ने यह भी कहा कि हालांकि, उस समय तो भारत और ही पाकिस्तान ने अपनी मिसाइलों को परमाणु हथियारों से लैस नहीं किया हुआ था और इस प्रक्रिया में एक या दो दिन का वक्त लगना था।वहीं यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने मिसाइल को परमाणु हथियारों से लैस करने के और उन्हें फायरिंग पॉजिशन में रखने के निर्देश दिए थे? उन्होंने कहा, ‘मैंने ऐसा नहीं किया और मेरा मानना यह भी है कि भारत ने भी ऐसा नहीं किया होगा। ईश्वर का धन्यवाद।

 

गौरतलब है कि मुशर्रफ ने 1999 में तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का तख्तपलट कर पाकिस्तान की सत्ता पर कब्जा किया था। उसी के बाद भारतीय संसद पर आतंकी हमला हुआ था।

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