20 का नाश्ता 40 में, 50 का खाना 90 में, ये है रेलवे का पैंट्री घोटाला
भारतीय रेल दुनिया के बड़े रेलवे नेटवर्क में शुमार है. प्रतिदिन इस नेटवर्क पर 12,000 से अधिक ट्रेनों का आवागमन होता है. किसी भी तरीके से घोटाले को अंजाम देना कोई नई बात नहीं है. फेसबुक पोस्ट के जरिए एक शक्स ने एक रिटायर्ड आईएएस अधिकारी की विशाखापटनम से हावडा तक की यसवंतपुर-हावडा एक्सप्रेस से यात्रा का वृतांत दिया है.
फेसबुक पोस्ट के मुताबिक, रिटायर्ड आईएएस अधिकारी शिवेंद्र के सिन्हा को सफर के दौरान पैंट्री वेटर ने वेजीटेरियन खाना 90 रुपये लेकर सर्व किया. इस कीमत पर शक होने के बाद जांच करने पर शिवेंद्र ने पाया कि उन्हें आईआरसीटीसी के तय प्राइस लिस्ट से अधिक पर खाना दिया गया.
आईआरसीटीसी के रेट कार्ड के मुताबिक ट्रेन में वेजीटेरियन खाना 30 रुपये (टैक्स अलग से) और मांसाहारी खाना 35 रुपये (टैक्स अलग से) में बेचा जाना चाहिए.
लिहाजा, यह तुरंत एक घोटाला बन जाता है जैसे ही पैंट्री कर्मचारी ने तय कीमत से अधिक पर ट्रेन में खाना सर्व किया. वह वेजिटेरियन खाना जिसे 50 रुपये पर बेचा जाना चाहिए था 90 रुपये में बेचा गया. वहीं मांसाहारी खाना जिसे 55 रुपये पर बेचा जाना चाहिए उसे 100 रुपये में बेचा जाता है.
बहरहाल, सफर के दौरान रिटायर्ड अधिकारी ने पैंट्री कर्मचारी से खाना खरीदने के लिए महज 50 रुपये अदा किए. लेकिन पैंट्री कर्मचारी ने उक्त अधिकारी से अतिरिक्त पैसा मांगा तो अधिकारी ने रेट लिस्ट लाने के लिए कहा. पैंट्री की तरफ से रिटायर्ड अधिकारी को रेट लिस्ट नहीं उपलब्ध कराई गई.
घोटाला खुलने के बाद हालांकि पैंट्री स्टाफ ने 50 रुपये में उस अधिकारी को खाना देने की बात मान ली लेकिन यह अपील भी की कि इसका जिक्र किसी और से न किया जाए. इस अपील के बाद रिटायर्ड अधिकारी चुप नहीं हुआ और पैंट्री के इंचार्ज से मिलने के लिए पैंट्री कार पहुंच गया. पैंट्री कार में उक्त रिटायर्ड अधिकारी ने शिकायत रजिस्टर में लिख दिया कि उससे खाने के लिए अधिक कीमत मांगी गई.