2050 तक विश्व में दृष्टिहीनों की संख्या में होगी तिगुनी बढ़ोत्तरी
एक अध्ययन द्वारा यह जानकारी निकल कर आयी है कि दुनिया भर में दृष्टिहीन लोगों की संख्या 2050 तक 3.6 करोड़ से बढ़ कर 11. 5 करोड़ हो जाएगी. अधिक उम्र वाले लोगों की आबादी बढ़ने के चलते ऐसा होगा.
ब्रिटेन स्थित एंजीला रस्किन विश्वविद्यालय के नेतृत्व में अध्ययनकर्ताओं ने 1990 से 2015 के बीच 188 देशों में दृष्टिहीनता का विश्लेषण किया.
यह अध्ययन द लांसेट ग्लोबल हेल्थ जर्नल में प्रकाशित हुआ है. अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ कि फिलहाल 3.6 करोड़ लोगों के दृष्टिहीन होने का अनुमान है. भारत में दृष्टिहीन लोगों के लिए छत्तीसगढ़ के एकमात्र ब्रेल प्रेस में अब दृष्टिहीनों के लिए पाठ्य पुस्तकों के अलावा धार्मिक ग्रंथों की छपाई भी शुरू की गई है. बिलासपुर के तिफरा क्षेत्र में स्थित ब्रेल प्रेस छात्र-छात्राओं के लिए वरदान हैं.
यह प्रेस दृष्टिहीन छात्र-छात्राओं के लिए पुस्तकों की छपाई करता है. भारतीय रेलवे ने कई ट्रेनों में दृष्टिहीन की सुविधा के लिए डिब्बों में सीट नंबर, यात्रा निर्देश, संकेत चिह्न आदि ब्रेल लिपि में लगवाए हैं, ताकि दृष्टिबाधित लोगों को किसी मुश्किलों का सामना न करना पड़े.