55 साल बाद भारत-चीन के बीच तनाव गंभीर, सिक्किम बॉर्डर पर 3000 सैनिक तैनात

भारत और चीन के बीच बॉर्डर पर शुरू हुई तनातनी थमने का नाम नहीं ले रही है। हालात ये हो गए हैं कि दोनों देशों ने सिक्किम-भूटान-तिब्बत ट्राई जंक्शन पर करीब 3000 हजार सैनिक तैनात कर दिए हैं और ऐसा कई सालों बाद देखा जा रहा है। चीन ने भारतीय सेना के बंकर तोड़े और उसने भारतीय सैनिकों पर घुसपैठ का आरोप भी लगया है। बॉर्डर पर गरमा-गरमी का माहौल बना हुआ है और इसलिए आर्मी चीफ बिपिन रावत खुद इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं। 
सूत्रों के मुताबिक उन्होंने खुद गुरुवार को गंगटोक में 17 माउंटेन डिविजन और कलीमपोंग में 27 माउंटेन डिविजन के हेडक्वॉटर का दौरा किया।

दरअसल, पूर्वी सिक्किम बॉर्डर पर तैनात किए गए 3000 सैनिक इसी 17 माउंटेन डिविजन के अंतर्गत आते हैं। आर्मी ने बिगड़े माहौल पर कुछ भी कहने से मना कर दिया है, लेकिन सूत्रों की माने तो डोका ला जनरल इलाके में हालात काफी गंभीर हैं।

चीन से भूटान भी है नाराज!

दोनों सेनाओं की ओर से फ्लैग मीटिंग्स को भी नकार दिया गया है। चीन की ओर से बढ़ती नापाक कोशिशों का भूटान को भी एहसास होने लगा है, इसलिए उसने भी डिमार्च जारी कर दी है। भारत और चीन के बीच तनाव के कई कारण है, जिसकी शुरुआत चीन का क्लास-40 रोड बना।

चीन बॉर्डर पर रोड का निर्माण कर रहा है, ताकि उसके 40 टन तक के ट्रकों को आने-जाने में मदद मिल सके।

इस बीच चीन ने भारतीय सैनिकों पर घुसपैठ का आरोप लगाया और भारतीय सेना के बंकर भी तोड़ दिए। चीन की नाराजगी का असर कैलाश मानसरोवर पर भी पड़ा है। चीन ने यात्रा पर जाने वाले रास्ते नाथू-ला दरे को भी ब्लॉक कर दिया है। इस वजह से यात्रियों के जत्थे को वापस लौटना पड़ रहा है।

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