AIMIM के इकलौते विधायक अख्तरुल की मुश्किलें बढ़ी

AIMIM के इकलौते बचे विधायक अख्तरुल ईमान पर भी कार्रवाई की तलवार लटक गई है। उन पर बिहार विधानसभा की अल्पसंख्यक कल्याण समिति की अध्ययन यात्रा के दौरान अपनी पार्टी के समर्थकों को क्षेत्र में बुला लेने और अपनी पार्टी का झंडा तथा एजेंडा चलाने का गंभीर आरोप लगा है। 2020 के विधानसभा चुनाव में जीते चार विधायकों के राजद में चले जाने के बाद ईमान बिहार विधानसभा में पार्टी के एक मात्र विधायक रह गए हैं। यह आरोप समिति के सभापति और सदस्यों ने ही ईमान पर लगाया है। इसकी पहले मौखिक व अब लिखित शिकायत बिहार विधानसभा अध्यक्ष से की है। सभाध्यक्ष ने इसकी जांच का आदेश दे दिया है। यह मामला जल्द आचार समिति को भी सौंपा जा सकता है। 

बिहार विधानसभा के अल्पसंख्यक कल्याण समिति के सभापति आफाक आलम की अध्यक्षता में यह समिति 25 जुलाई से 4 अगस्त, 2022 तक राज्य में स्थल अध्ययन यात्रा पर गई थी। समिति की यात्रा अभी तीन जिलों -हाजीपुर, मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर में ही हो पाई थी। समिति को अभी दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार की यात्रा करनी थी। पर तीन जिलों की यात्रा के दौरान जहां-जहां कमेटी गई अख्तरुल ईमान ने कमेटी की बैठकों में अपनी पार्टी का एजेंडा और पार्टी के लोगों को बुलाकर बैठक को प्रभावित करने की कोशिश की। पहले कमेटी के सभापति आलम ने उन्हें इससे मना किया लेकिन कोई अंतर नहीं आया देख उन्होंने फोन कर इसकी शिकायत सभाध्यक्ष विजय सिन्हा से की, साथ ही कमेटी की यात्रा भी स्थगित कर दी। शनिवार को आफाक आलम व अन्य सदस्यों ने विस अध्यक्ष से उनके चैम्बर में मिलकर अख्तरुल ईमान के खिलाफ लिखित शिकायत करते हुए उन्हें कमेटी से हटाने की भी मांग की हैं। 

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