भाजपा को सत्ता से हटाने सभी दल फिर एक साथ एक मंच साक्षा करने को तैयार

नई दिल्ली। इंडिया गठबंधन में वैसे तो सीटों के बंटवार को लेकर खींचतान देखी जा रही थी। लेकिन दिल्ली के सीएम केजरीवाल की ईडी द्वारा गिरफ्तारी को लेकर अब इंडिया गठबंधन फिर एक बार मजबूर होने की कोशिश में लगा है ताकि सत्तारुढ़ भाजपा को सत्ता से हटाया जा सके। इसके लिए 31 मार्च को एक महारैली का आयोजन किया गया है।
अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद अपने तमाम राजनीतिक मतभेदों और लोकसभा चुनाव के लिए राज्यों में सीट बंटवारा नहीं हो पाने के बावजूद सभी विपक्षी दल फिर एक साथ एक ही मंच साक्षा करने को तैयार हैं। आम आदमी पार्टी (आप) भी अपने सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी के मुद्दे पर लोगों के बीच ले जाकर उनकी सहानुभूति लेने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। यह मुद्दा इंडिया गठबंधन को संभालने में कितना कारगर साबित होगा, यह 31 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाली महारैली में साफ हो जाएगा। इस रैली की सफलता या विफलता विपक्ष की आगे की राह तय करेगी। 
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा है कि इस रैली में एक लाख से भी अधिक लोगों की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने दावा किया कि यह अभूतपूर्व रैली होगी, जो 2024 के लोकसभा चुनाव को एक नई दिशा देगी। वहीं, कांग्रेस पार्टी इस महारैली के जरिए आप और केजरीवाल के लोगों की सहानुभूति का फायदा उठाने लेने का प्रयास कर रही है।
राय ने बताया कि उन्होंने रैली की तैयारी के लिए थ्री लेयर सिस्टम बनाया है। आम आदमी पार्टी के जितने भी विधायक, पार्षद और विधानसभा के पदाधिकारी हैं, उनकी एक-एक टीम बनाई है, जो सभी विधानसभा क्षेत्र में रैली के लिए तैयारियों को देख रही है। दूसरे स्तर पर 2600 से अधिक मतदान केंद्रों पर एक-एक प्रभारी नियुक्त किया गया है, जो मंडल स्तर पर टीमों का गठन करेंगे। तीसरे स्तर पर ये सभी टीमें अपने-अपने मोहल्ले और कॉलोनी में घर-घर जाकर लोगों को रैली में शामिल होने के लिए आमंत्रित करेंगी। हर एक टीम अपने से ऊपर वाली टीम को रिपोर्ट करेगी। पार्टी के सात उपाध्यक्षों को सातों लोकसभा क्षेत्रों के ओवरऑल सुपरविजन का जिम्मा सौंपा गया है। 
राय ने बताया कि हमारा फोकस दिल्ली पर ही ज्यादा है। यह जरूर है कि हरियाणा और पंजाब में पार्टी का मजबूत संगठन है, लेकिन बीजेपी और केंद्र सरकार रैली में ज्यादा भीड़ जुटने से रोकने का हर प्रयास करेगी। ऐसे में पंजाब-हरियाणा से गाड़ियों में आ रहे आप समर्थकों को पुलिस बॉर्डर ही रोक दे। राय ने बताया कि इंडिया गठबंधन के सभी घटक दल रैली में शामिल होने को राजी हो गए हैं। रैली की परमिशन लेने की प्रक्रिया चल रही है।
यह महारैली कांग्रेस के लिए भी खास है। क्योंकि इस रैली में इंडिया गठबंधन के सभी घटक दलों के प्रतिनिधियों के आने की संभावना है, लेकिन कांग्रेस के लिए यह रैली दिल्ली में अपनी ताकत दिखाने का एक अवसर भी है। खासकर जब कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) दिल्ली में साथ मिलकर लोकसभा का चुनाव लड़ने जा रहे हैं, कांग्रेस का मानना है कि केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद लोगों की सहानुभूति का फायदा लोकसभा चुनाव में कहीं न कहीं उसे भी मिलेगा। कांग्रेस इस महारैली में अपनी उपस्थिति दर्ज ही नहीं, बल्कि महसूस कराने की भी कोशिश करेगी।

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