निशातपुरा रेलवे स्टेशन को लोकार्पण का इंतजार

एक साल बाद भी उद्घाटन में फंसा नया रेलवे स्टेशन

भोपाल । रेलवे प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा भोपाल शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है। इसकी वजह है भोपाल के निशातपुरा स्टेशन के बने हुए करीब एक साल का समय हो चुका है, लेकिन अब तक उसका लोकार्पण नहीं होने से यात्रियों को इस स्टेशन का फायदा नहीं मिल पा रहा है। अहम बात यह है कि इस स्टेशन के साथ ही भोपाल रेलवे स्टेशन की नई बिल्डिंग का निर्माण किया गया था, जिसके शुभारंभ हुए लगभग एक वर्ष हो गया है।  इसके बाद भोपाल रेल अधिकारियों ने निशातपुरा स्टेशन के शुभारंभ करने की योजना बनाई थी, लेकिन उस योजना पर अब तक अमल ही नहीं किया गया है। इस स्टेशन पर काम होने के बाद वह रंग रुप में नजर आने लगा है। अगर इसे शुरू कर दिया जाता तो राजधानीवासियों को चौथे बड़े स्टेशन के रूप में सौगात भी मिल जाती, लेकिन शायद राजनेताओं को यह रास नहीं आ रहा है। अब लोकसभा चुनाव हो रहे हैं, जिसकी वजह से चुनावी आचार संहिता लगी हुई है, ऐसे में फिलहाल जुलाई तक इसके शुभारंभ होना मुश्किल है। इस वजह से अभी राजधानीवासियों को इस स्टेशन के लिए और कई माह का इंतजार करना होगा।
सूत्रों के अनुसार रेलवे अधिकारियों के कई बार तारीख मांगने पर भी भाजपा नेत्री प्रज्ञा ठाकुर और अन्य नेतागणों ने अपना कीमती समय स्टेशन शुरू करने के लिए नहीं दिया। यहां पर करीब 14 ट्रेनों को स्टॉपेज दिए जाने का प्रावधान है। इनमें क्षिप्रा, इंदौर-पटना एक्सप्रेस जैसी ट्रेने शामिल हैं। भोपाल मंडल के अधिकारी अभी भी रोजना स्टेशन पर दौरा कर तैयारियों की समीक्षा कर रहे है।

करना पड़ा टेंडर स्थगित


रेलवे सूत्रों के मुताबिक निशातपुरा स्टेशन शुरू करने की पिछले एक वर्ष से तैयारियां की जा रही है। यहां तक कि कैटरिंग के टेंडर भी हो चुके हैं। अन्य टेंडर भी होने थे, लेकिन ज्यादा लेट होने के कारण कैटरिंग का टेंडर कैंसिल करना पड़ रहा है। अब माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के बाद स्टेशन का शुभारंभ हो सकता है।

आधा घंटे की होगी बचत


निशातपुरा स्टेशन के शुभारंभ होने के साथ ही यहां पर क्षिप्रा, इंदौर-पटना एक्सप्रेस जैसी 14 ट्रेनें पकड़ सकेंगे। अभी इनमें से आधी ट्रेनें भोपाल रेलवे स्टेशन पर ठहराव लेकर चलती है, जिसमें बैठे हजारों यात्रियों का रोज एक से डेढ़ घंटे का समय बर्बाद होता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि बीना की ओर से आने वाली यह ट्रेनें पहले भोपाल स्टेशन आती हैं। इन ट्रेनों में रानी कमलापति की ओर लगे इंजन को हटाकर निशातपुरा छोर की ओर लगाना पड़ता है।

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