CBSE ने घोषित किए 12वीं कक्षा के रिजल्ट, नोएडा की रक्षा बनी टॉपर
नई दिल्ली
एक बार फिर सीबीएसई की 12वीं क्लास की परीक्षा में लड़कियों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। इस साल टॉप 1 और 2 लड़कियां हैं। एमिटी यूनिवर्सिटी की रक्षा गोपाल ने सीबीएसई टॉप किया है। आर्ट्स स्ट्रीम की छात्रा रक्षा को 99. 6 फीसदी अंक प्राप्त हुए हैं। दूसरे नंबर पर साइंस स्ट्रीम की भूमि सावंत हैं। तीसरे नंबर पर दो छात्र आदित्य जैन और मन्नत लूथरा हैं। ये दोनों कॉमर्स के छात्र हैं और दोनों को 99.2-99.2 फीसदी मार्क्स आए हैं। आदित्य और मन्नत दोनों चंडीगढ़ के हैं।
इस साल 95-100 फीसदी लाने वाले छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल 9351 छात्रों ने 95-100 फीसदी नंबर हासिल किए थे, जबकि इस साल 10091 छात्रों ने। जहां इस बार 95-100 फीसदी नंबर हासिल करने वाले छात्रों की संख्या बढ़ी है, वहीं दिल्ली का पास पर्सेंटेज इस बार कम हुआ है। पिछले साल दिल्ली का पास पर्सेंटेज 87.01 फीसदी था जबकि इस साल 86.45 है।
इस साल 9 मार्च से 29 अप्रैल तक आयोजित बोर्ड परीक्षा में 10,98,891 छात्र बैठे थे। सीबीएसई के दिल्ली रीजन में सबसे ज्यादा 2,58,321 छात्र थे। इसके बाद पंचकुला और अजमेर का नंबर था। इस साल 2 हजार 497 ऐसे छात्रों ने भी परीक्षा दी थी जो शारीरिक रूप से अक्षम हैं।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) रविवार को बारहवीं बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया। जारी की गई लिस्ट के अनुसार, नोएडा की छात्रा रक्षा गोपाल ने 99.6 प्रतिशत अंक के साथ टॉप किया है।
चंडीगढ़ की भूमि सावंत डे 99.4 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर रहीं तो चंडीगढ़ के ही आदित्य जैन 99.2 प्रतिशत अंक के साथ तीसरे स्थान पर रहे हैं। इस साल पास होने का प्रतिशत 82 रहा जो बीते साल 83 रहा था।
परीक्षा में शामिल छात्र अपना रिजल्ट cbseresults.nic.in या cbse.nic.in पर ऑनलाइन देख सकते हैं। सीबीएसई ने दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश के बाद अंक मॉडरेशन पॉलिसी को जारी रखने का फैसला लिया है। पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के कारण इस बार सीबीएसई ने बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन 9 मार्च से 29 अप्रैल तक किया था।
जिसमें 4,60,026 छात्राओं व 6,38,865 छात्रों ने प्रतिभाग किया था। बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि दसवीं कक्षा का रिजल्ट जारी करने की तारीख की भी शीघ्र घोषणा की जाएगी।
उत्तीर्ण होने के प्रतिशत में इजाफा
इस साल 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव के चलते सीबीएसई समेत कई बोर्ड एग्जाम लेट हो गए थे। बारहवीं में 10,98,981 छात्रों ने हिस्सा लिया था, जो पिछले वर्ष की तुलना में 2.82 फीसदी ज्यादा थी। जबकि 10वीं में 8,86,506 छात्रों ने परीक्षा दी थी। बीते साल 12वीं की परीक्षा में करीब 10,65,179 छात्र पंजीकृत हुए थे। जिसमें ओवर ऑल पासिंग परसेंटेज 83.05% रहा है। इसमें 88.58% गर्ल्स और 78.85% ब्वॉयज रहे। वहीं शैक्षिक विशेषज्ञों की मानें तो इस बार सीबीएसई में छात्रों के उत्तीर्ण होने के प्रतिशत में इजाफा होने की उम्मीद है।
मॉडरेशन पॉलिसी के खिलाफ चुनौती
बता दें कि इस साल सीबीएसई ने ग्रेस मार्क्स पॉलिसी को बदलने के लिए नोटिफिकेशन जारी किया था। जिसके बाद कुछ अभिभावकों ने बोर्ड के इस नोटिफिकेशन के खिलाफ हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। ऐसे में बीते मंगलवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने सीबीएसई को ग्रेस मार्क्स देने संबंधी उसकी मॉडरेशन पॉलिसी सत्र इस साल जारी रखने का अंतरिम आदेश दिया था। कोर्ट का कहना था कि स्टूडेंट ने एग्जामिनेशन फॉर्म भरे थे तब ग्रेस मार्क्स के तहत ही भरे थे। ऐसे में 2016-17 के नियमों में कोई बदलाव नहीं होगा। खेल शुरू होने के बाद नियम नहीं बदले जाते हैं।
40 से 60 दिनों के भीतर
विगत कई वर्षों से सीबीएसई परीक्षा परिणाम परीक्षाएं समाप्त होने के 40 से 60 दिनों के भीतर घोषित कर देता है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेण्ड्री एजुकेशन (सीबीएसई) भारत की स्कूली शिक्षा का एक बड़ा बोर्ड है। इसकी स्थापना सन् 1921 में हुई थी। इसके अंतर्गत करीब 897 केन्द्रीय विद्यालय आते हैं। इसके अलावा 1761 सरकारी स्कूल, 4627 स्वतंत्र विद्यालय और 480 जवाहर नवोदय विद्यालय व करीब 14 केन्द्रीय तिब्बती विद्यालय आते हैं। यह बोर्ड हर साल बड़े स्तर पर दसवीं व बारहवीं की परीक्षाएं हिन्दी व अंग्रेजी में आयोजित कराता है।