MVA में घिरे उद्धव ठाकरे

महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता के तौर पर अम्बादास दानवे की नियुक्ति महाविकास अघाड़ी में तनाव पैदा करती नजर आ रही है। खबर है कि कांग्रेस इस फैसले से नाराज नजर आ रही है। वहीं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को उद्धव ठाकरे को फैसला लेने से पहले सहयोगियों से बात करने की सलाह दी है। गुरुवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने शिवसेना के साथ गठबंधन पर ही सवाल उठा दिए थे।औरंगाबाद में पत्रकारों से बातचीत में पटोले ने कहा, 'विधानसभा में विपक्ष के नेता का पद एनसीपी के साथ है और उपाध्यक्ष का पद शिवसेना के पास है। हमारा मानना है कि विधान परिषद में विपक्ष के नेता का पद कांग्रेस को मिलना चाहिए। लेकिन शिवसेना न हमारे साथ विचार विमर्श किया और बगैर हमें विश्वास में लिए आगे चले गए।'उन्होंने कहा, 'शिवसेना के साथ गठबंधन कभी भी प्राकृतिक नहीं था और यह इसलिए हुआ, क्योंकि उद्धव ठाकरे और शरद पवार ने हमारी नेता सोनिया गांधी से मुलाकात की थी।' उन्होंने कहा, 'महाविकास अघाड़ी स्थायी नहीं है। अगर फैसला लेते समय कांग्रेस के भरोसे में नहीं लिया जाता है, तो हमें भी इसके बारे में सोचना होगा।'

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