मसालों में मिलाते थे सड़े जामुन, चावल और बुरादा, पुलिस ने बरामद किया 7 हजार किग्रा मिलावटी माल

नेशनल डेस्क: अब इस बात की भी कोई गारंटी नहीं है कि आपकी रसोई में जो आप ब्रांडेड मसाले इस्तेमाल कर रहें है वो बिलकुल असली हों। दरअसल दिल्ली फैक्ट्रियों में असली ब्रांड का नकली माल बेचने का एक बड़ा स्कैंडल सामने आया है। आपको जानकर हैरत होगी कि जायकेदार मसालों से बने खाने का दिल्ली में लोग लुत्फ उठा रहे थे, उनमें सड़े हुए चावल का पाउडर, सड़े हुए नारियल, सड़े जामुन, यूकेलिप्टस के पत्ते, लकड़ी का बुरादा, चोकर, सूखी मिर्च के डंठल मिले हैं। दरअसल दिल्ली पुलिस ने ऐसे 7 हजार किलोग्राम से ज्यादा मिलावटी मसाले बरामद किए हैं।

देश के अलग-अलग राज्यों में सप्लाई
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली एनसीआर में तमाम घरों, रेस्टोरेंट, ढाबे वालों को ऐसे मिलावटी मसाले सप्लाई हो रही थी, जो करावल नगर की फैक्ट्रियों में तैयार किए जा रहे थे। क्राइम ब्रांच ने दो फैक्ट्री मालिकों और एक सप्लायर को गिरफ्तार कर 7,105 किलोग्राम नकली मसाले और कच्चा माल और सप्लाई करने वाला टेंपो बरामद किया है। इन मसालों को 50-50 किलो के बड़े कट्टों में भरकर रखा जा रहा था और बाजारों में बेचा जा रहा था। आरोपियों ने बताया कि खारी बावली और सदर बाजार से मिलावटी मसाले पश्चिमी उत्तर प्रदेश और देश के अलग-अलग राज्यों में भेजे जा रहे थे।

दो फैक्ट्रियों पर रेड से हुआ खुलासा
क्राइम ब्रांच के डीसीपी राकेश पवेरिया के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि टीम को मिलावटी और नकली मसाले बनाने वालों और सप्लायरों के बारे में सुराग लगाने के निर्देश दिए गए थे। इनपुट मिला कि नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में कुछ मैन्युफैक्चरर/दुकानदार अलग-अलग ब्रांड के नाम पर एनसीआर में मिलावटी मसाले सप्लाई कर रहे हैं। जिसके बाद पुलिस की टीम ने करावल नगर इलाके में दो फैक्ट्रियों पर रेड की और मौके पर दिलीप सिंह उर्फ बंटी और खुर्शीद मलिक को काबू कर लिया। दिलीप मालिक है और खुर्शीद सप्लायर है। टीम ने फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट को सूचित किया और उन्होंने भी मौके पर आकर निरीक्षण किया।

मोटे मुनाफे के लालच में शुरु किया धंधा
मूलरूप से मध्य प्रदेश निवासी दिलीप सिंह(46) परिवार के साथ दयालपुर मेन रोड करावल नगर में रहता है। परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटियां और एक बेटा है। वह 2004 में दिल्ली आया था। पहले जनरल स्टोर पर काम करने लगा। 2021 में मोटे मुनाफे के लालच में अपने दोस्त के साथ मसालों की एक यूनिट डाल ली। जहां मिलावटी मसाले बनाते और एनसीआर के मार्केट के अलावा सदर बाजार, खारी बावली, पुल मिठाई और में बेचने लगे। खासकर वीकली मार्केट में इनकी सप्लाई ज्यादा थी। नवंबर 2023 से इसने अकेले प्रोसेसिंग यूनिट चलाना शुरू कर दिया।

कपड़े का धंधा छोड़ बना मसाला सप्लायर
दूसरी यूनिट का मालिक सरफराज(32) मुस्तफाबाद का है। परिवार में पत्नी के अलावा एक बेटी और बेटा हैं। 2021 में इसने यूनिट लगाई थी। यह भी उसी तरह मसाले तैयार कर मुस्तफाबाद, खजूरी खास और आसपास के इलाकों में सप्लाई करता था। जबकि सप्लायर खुर्शीद मलिक(42) लोनी का रहने वाला है। परिवार में पत्नी के अलावा तीन बेटे और एक बेटी हैं। साल 2013 में बुलंदशहर से दिल्ली आया। पहले कपड़े की खरीद-फरोख्त का काम किया। उसके बाद 2019 में इसने टेंपो खरीदा और नकली मसाले दिल्ली और लोनी के स्थानीय बाजारों में सप्लाई करने लगा।

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