Sarahah…’ईमानदार’ ऐप पर चाशनी से भीगे कमेंट का क्या काम

अगर आप सांस लेने से पहले भी सोशल मीडिया पर अपडेट करना नहीं भूलते लेकिन Sarahah ऐप ने आपके मोबाइल फोन पर अभी तक जगह नहीं बनाई है. तो आपको एक बार फिर अपने सोशल मीडिया गोल्स के बारे में सोचने की जरूरत है. Sarahah ऐप को एक हफ्ते में तकरीबन एक करोड़ से ज्यादा बार इंस्टॉल किया जा चुका है.

Sarahah का हिंदी में मतलब है 'ईमानदारी' यानि आप किसी के बारे में भी बेबाकी से अपनी ईमानदार राय रख सकते हैं. खास बात यह है कि इस दौरान आपकी पहचान गुप्त रहेगी. लेकिन क्या वाकई में यह ऐप अपने मकसद में कामयाब साबित हो पा रहा है.

वागीश भान, 26 साल के हैं और टीवी प्रेज़ेंटर हैं. इनका फोन भी 9 अगस्त के उस दिन की चपेट में आया जब Sarahah ने भारत के सोशल मीडिया की दुनिया में खलबली मचा दी थी. वागीश अपने आपको तैयार कर रहे थे ऐेसे मैसेज के लिए जो उन्हें 'आईना' दिखाने वाले थे लेकिन हुआ कुछ और ही. वागीश के मुताबिक इस ऐप को तारीफ करने के लिए ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है जबकि इसका मकसद आपके व्यक्तित्व पर कुछ गंभीर रोशनी डालना था. वागीश को इस ऐप से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन आलोचना से भरे संदेशों की कमी ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. उन्हें लगता है कि इसे सिर्फ छोटे मोटे थ्रिल्स के लिए ही इस्तेमाल किया जा रहा है. हालांकि अभी भी वागीश को इस ऐप से थोड़ी बहुत आस है, शायद इसलिए वह अभी भी काम के बीच धीरे से एक बार Sarahah पर टहल कर आ ही जाते हैं.

Sarahah को लेकर एक और उत्साहित यूज़र शिल्पी हैं, जो इस पर आए कमेंट से बहुत खुश नहीं नज़र आ रहीं. शिल्पी की शिकायत अलग है. उनके पास तारीफ भरे मैसेज ही आ रहे हैं लेकिन फिर शिल्पी के मुताबिक ये बातें तो सामने आकर भी बोली जा सकती हैं ना. हालांकि वे मानती हैं कि कड़वी और सच्ची बातें बोलने से लोग शायद इसलिए भी घबरा रहे हैं कि कहीं देर-सवेर ऐसा ऑफर न निकल आए कि इतना पैसा नहीं दोगे तो पहचान सामने आ जाएगी.

शिल्पी कहती हैं कि यह बात तो सामने भी कही जा सकती थी

हालांकि Sarahah ने अपने आधिकारिक ट्विटर पेज पर साफ किया है कि उनका पहचान सामने लाने का कोई इरादा नहीं है. लेकिन यह डर शायद भारत में ही नहीं, दुनिया भर में लोगों को सता रहा है. विज्ञान, संस्कृति और तकनीक पर बात करने वाली अंतरराष्ट्रीय वेबसाइट 'द वर्ज' ने हालिया प्रकाशित एक लेख में माना है कि यह ऐप ईमानदारी का कम, आत्मसम्मान को बढ़ाने के ज्यादा काम आ रहा है. वेबसाइट ने कई यूज़र्स से बात करते हुए यह पाया कि किसी की आलोचना से बेहतर वह कुछ अच्छा लिखना ज्यादा पसंद कर रहे हैं ताकि उसका दिन बन जाए.

 

वहीं नाम न बताने की शर्त पर X ने हमसे कुछ मैसेज साझा किए, जिसमें एक शख्स ने इस ऐप को डेटिंग ऐप में बदल डाला. X ने बताया कि किस तरह उनके पास उनकी खूबसूरती और दिमाग की तारीफ करता हुआ एक मैसेज आया जिसमें डेट पर जाने का प्रस्ताव था.

हालांकि X को शक है कि या तो कोई उनसे मज़ाक कर रहा है या फिर यह उनके दफ्तर का कोई साथी है जो शादीशुदा है और उनके साथ डेट पर जाना चाहता है. X मानती हैं कि हम कितना भी इस ऐप की आलोचना कर लें लेकिन फेसबुक और व्हाट्सएप के बाद अब Sarahah फोन चेक करते रहने का एक और बहाना बन गया है.

वैसे चलते चलते हम एक और जानकारी आपको देते चलें. Sarahah पहला ऐप नहीं है जो बेनामी की आड़ में मैसेज भेजने की बात कहता है. इससे पहले 2015 में सीक्रेट नाम का एक ऐप आया था जिसके करीब एक करोड़ से ज्यादा यूज़र्स ने लेकिन वह बंद पड़ गया. हाल ही में यीक यैक ने भी अपनी सेवा बंद करने का ऐलान किया क्योंकि बेनामी की आड़ में अभद्र संदेशों की तादाद बढ़ने का मामला बढ़ रहा था. ऐसे में Sarahah के लिए कुछ भी कहना जल्दबाज़ी होगी. वैसे भी बहुत ज्यादा मीठा खाने के बाद कुछ चटपटे की तलब भी जागती है..

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