जिस सिरफिरे ने मारी लड़की की मां को गोली वह नाबालिग को लेकर भागा था विदेश

नई दिल्ली । महेंद्रा पार्क थाना क्षेत्र में  शाम नाबालिग ने अपने साथियों के साथ एक किशोरी के घर में घुसकर उनकी मां की गोली मारकर हत्या कर दी। इससे पहले आरोपित ने किशोरी को अगवा भी किया था। स्वजन की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपित को नेपाल से पकड़ लिया था, किशोरी को भी बरामद कर लिया था।  पीड़ित परिवार का कहना है कि इसके बाद से ही आरोपित लगातार गोली मारने की धमकी देता रहा है। पुलिस से इसकी शिकायत भी की थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और फरार आरोपित का पता लगा रही है। पुलिस आरोपित के नजदीकी व उनके स्वजन से पूछताछ कर रही है। आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज से भी आरोपितों का पता लगाने में दिल्ली पुलिस की कई टीमें जुट गई है।  उत्तरी-पश्चिमी जिला के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार की शाम महेंद्रा पार्क पुलिस को जहांगीरपुरी में एक महिला को गोली मारने की जानकारी मिली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने को पता चला कि पीड़ित महिला को घायल अवस्था में जहांगीरपुरी स्थित बाबू जगजीवन राम अस्पताल ले जाया गया है। अस्पताल पहुंचने पर पुलिस को पता चला कि महिला को मृत घोषित कर दिया गया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अस्पताल के शवगृह में सुरक्षित रखवा दिया है।  क्राइम और फोरेंसिक की टीम मौके पर पहुंचकर छानबीन की। छानबीन के दौरान पीड़ित परिवार ने पड़ोस में रहने वाले एक नाबालिग पर अपने साथियों के साथ घटना को अंजाम देने की बात कही। इस घटना को अंजाम देने से पहले वह किशोरी को दो बार घर से भगाकर ले गया था। स्वजन के मुताबिक शुक्रवार को आरोपित दो अन्य साथियों के साथ आया और मकान की पहली मंजिल पर जाकर किशोरी की मां को गोली मार दी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सभी आरोपित नाबालिग हैं।  स्वजन ने बताया कि मृतका की 14 साल की बेटी है। माता-पिता इसे पढ़ाना चाहते थे। स्वजन का आरोप है कि किशोरी जब भी ट्यूशन जाती, आरोपित नाबालिग का पीछा करता था। इसकी जानकारी मिलने के बाद माता या पिता खुद अपने साथ ट्यूशन लेकर जाते और लेकर आते थे। कई बार आरोपित को पीड़ित परिवार ने समझाने की कोशिश भी की, लेकिन आरोपित मानने के लिए तैयार नहीं था। उल्टा ही परिवार को धमकी देता था। वह अक्सर गोली मारने की बात भी कहता था। पहले आरोपित किशोरी को दो बार कर चुका था अगवा पुलिस सूत्रों ने यह भी बताया कि आरोपित ने किशोरी को दो महीने पहले अगवा भी किया था। स्वजन पुलिस की मदद से किशोरी को नेपाल से लेकर आए थे। किशोरी पर कोई परेशानी न आए, इसलिए उस समय आरोपित पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं कराया था। नाबालिग से दूर रखने के लिए परिवार वालों ने किशोरी को हॉस्टल में भेज दिया था। 

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