3 लाख से ज्यादा वोटों से दर्ज की थी जीत

17वीं लोकसभा के चुनाव में प्रतिद्वंद्वियों के छक्के छुड़ाने वाले राजनीति के धुरंधर एक बार फिर चुनावी अखाड़े में ताल ठोकते दिखाई दे रहे हैं। तीन लाख से ज्यादा मतों के अंतर से विरोधियों को परास्त करने वाले टाप-10 महारथियों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित राजनाथ सिंह पंकज चौधरी डा. महेश शर्मा आदि 18वीं लोकसभा के चुनाव में भी किस्मत आजमा रहे हैं। राज्य ब्यूरो प्रमुख अजय जायसवाल की रिपोर्ट…

चुनावी मैदान में 9 दिग्गज फिर ठोंक रहे ताल, 3 लाख से ज्यादा वोटों से दर्ज की थी जीत

तीन लाख से ज्यादा मतों के अंतर से विरोधियों को परास्त करने वाले टाप-10 महारथियों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित राजनाथ सिंह, पंकज चौधरी, डा. महेश शर्मा आदि 18वीं लोकसभा के चुनाव में भी किस्मत आजमा रहे हैं। राज्य ब्यूरो प्रमुख अजय जायसवाल की रिपोर्ट…

पिछले लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 80 सीटों पर विजयी रहे उम्मीदवारों में से 10 ऐसे थे, जिन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वियों को तीन लाख से ज्यादा के मतों के अंतर से शिकस्त दी थी। इनमें वाराणसी संसदीय क्षेत्र से नरेन्द्र मोदी के साथ ही सभी 10 भाजपा के ही प्रत्याशी थे।

वीके सिंह ने दर्ज की थी सबसे अधिक मतों से जीत

वैसे तो सर्वाधिक मतदाताओं वाली गाजियाबाद सीट पर भाजपा के जनरल वीके सिंह (सेवानिवृत्त) ने पांच लाख से अधिक मतों के अंतर से विजय पताका फहरायी थी, लेकिन इस बार वह चुनाव मैदान से बाहर हैं।

दूसरे नंबर पर ज्यादा मतों के अंतर से जीतने वालों में फतेहपुर सीकरी से भाजपा के राजकुमार चाहर थे। चाहर ने 4.95 लाख मतों के अंतर से कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर को शिकस्त दी थी। रिकॉर्ड मतों के अंतर से जीतने वालों में तीसरे नंबर पर वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी थे। 6,74,664 वोट हासिल करने वाले मोदी ने सपा प्रत्याशी शालिनी यादव को 4.79 लाख मतों के अंतर से हराकर दूसरी बार जीत दर्ज की थी।

वाराणसी से मोदी ने 3,71,784 वोटों से दर्ज की थी जीत

वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी से पहली बार सांसद चुने गए मोदी 3,71,784 वोटों की लीड लेकर जीते थे। छठी बार सांसद बनने के लिए उन्नाव सीट से फिर भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरने वाले स्वामी साक्षी महाराज ने पिछले चुनाव में सपा के अरुण शंकर शुक्ला उर्फ अन्ना को चार लाख से ज्यादा मतों के अंतर से हराया था।

इसी तरह तीन लाख से अधिक वोटों की लीड लेकर सांसद बनने वालों में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी हैं। पिछले चुनाव में 3.47 लाख वोटों की लीड के साथ लखनऊ सीट पर जीत दर्ज कराने वाले राजनाथ ने वर्ष 2014 के चुनाव में 2.73 लाख मतों के अंतर से कांग्रेस के उम्मीदवार को धूल चटाई थी।

फिर चुनाव मैदान में उतरने वाले झांसी से अनुराग शर्मा, महाराजगंज से पंकज चौधरी, कुशीनगर से विजय कुमार दूबे, गौतमबुद्धनगर से डा. महेश शर्मा और गोरखपुर से रवि किशन भी ऐसे सांसद हैं, जिन्होंने पिछले चुनाव में प्रतिद्वंद्वियों को तीन लाख से अधिक मतों के अंतर से शिकस्त दी थी। इस बार कन्नौज में ताल ठोक रहे सपा प्रमुख अखिलेश यादव पिछले चुनाव में आजमगढ़ सीट से 2,59,874 मतों के अंतर से सांसद चुने गए थे।

11 सांसदों की जीत का अंतर 25 हजार मतों से कम

17वीं लोकसभा के लिए राज्य से चुने गए 80 सांसदों में से 10 जहां तीन लाख मतों से ज्यादा के अंतर से जीते थे, वहीं दो से तीन लाख की लीड लेने वाले 15, एक से दो लाख वाले 26, एक लाख से 50 हजार वाले 13, 25 से 50 हजार वोटों के अंतर से जीतने वाले पांच सांसद थे। 11 सांसद ऐसे भी चुने गए थे जिनकी जीत का अंतर 25 हजार से भी कम था। इनमें भी चार सांसदों की जीत-हार का अंतर 10 हजार से भी कम का रहा था।

किस्मत के धनी भोलानाथ फिर आजमा रहे किस्मत

पिछले लोकसभा चुनाव में कांटे की टक्कर में अगर कम मतों से जीतने वालों पर नजर दौड़ाई जाए तो मछलीशहर सीट पर बसपा से सिर्फ 181 मतों के अंतर से जीतने वाले भाजपा के भोलानाथ (बीपी सरोज) एक बार फिर ताल ठोक रहे हैं।

श्रावस्ती सीट पर 5,320 वोट से भाजपा को हराने वाले बसपा के राम शिरोमणि इस बार विपक्षी गठबंधन के तहत सपा के टिकट पर मैदान में हैं। इसी तरह मुजफ्फरनगर सीट पर राष्ट्रीय लोकदल के तत्कालीन अध्यक्ष अजित सिंह को 6,526 मतों से हराने वाले केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान फिर उसी सीट पर किस्मत आजमा रहे हैं।

कन्नौज सीट पर सपा की डिंपल यादव को 12,353 वोट से हराने वाले भाजपा के सुब्रत पाठक तो फिर चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन इस बार उनका मुकाबला डिंपल के पति अखिलेश यादव से है। 25 हजार से कम मतों के अंतर से जीतने वाले नौ भाजपा सांसदों में चंदौली से भाजपा के डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय और सुलतानपुर से मेनका संजय गांधी भी एक बार फिर चुनाव मैदान में हैं, लेकिन बागपत से डा. सत्यपाल सिंह, बदायूं से डा. संघमित्रा मौर्या, बलिया से वीरेन्द्र सिंह, मेरठ से राजेन्द्र अग्रवाल को फिर टिकट नहीं मिला है।

चुनावी अखाड़े में फिर उतरे दिग्गज

  • लोकसभा क्षेत्र         प्रत्याशी             बढ़त
  • फतेहपुर सीकरी      राजकुमार चाहर    4,95,065
  • वाराणसी              नरेन्द्र मोदी           4,79,505
  • उन्नाव                साक्षी महराज         4,00,956
  • झांसी                 अनुराग शर्मा           3,65,683
  • लखनऊ              राजनाथ सिंह           3,47,302
  • महाराजगंज        पंकज चौधरी            3,40,424
  • कुशीनगर           विजय कुमार दूबे       3,37,560
  • गौतमबुद्ध नगर डा. महेश शर्मा       3,36,922
  • गोरखपुर         रवि किशन          3,01,664

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