नोटबंदीः भारत की राह पर चला पाकिस्तान

भारत से लिया सबक? पाकिस्तानी संसद के उच्च सदन में 5,000 के नोट को बंद करने का प्रस्ताव पारित

इस्लामाबाद
भारत में केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले से शायद पाकिस्तान भी सबक लेने की तैयारी में है। सोमवार को पाकिस्तान की संसद ने 5,000 रुपये के करंसी नोट को बंद किए जाने के प्रस्ताव को पारित कर दिया। प्रस्ताव के मुताबिक काले धन से निपटने के लिए चरणबद्ध तरीके से 5,000 रुपये के नोट बंद करने का कदम उठाया जाएगा। पाकिस्तान की संसद ने भारत में नोटबंदी के करीब डेढ़ महीने बाद ही इस प्रस्ताव को पारित किया है। मुस्लिम लीग के सीनेटर उस्मान सैफुल्लाह खान ने अपर हाउस में इस प्रस्ताव को पेश किया था, जिसे बहुमत से पारित कर दिया गया।

पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रस्ताव में कहा गया है कि 5,000 रुपये के नोट वापस लिए जाने से बैंक खातों के इस्तेमाल को प्रोत्साहन मिलेगा। इसके अलावा समानांतर ब्लैक इकॉनमी को भी खत्म किया जा सकेगा। हालांकि पाकिस्तान में यह नोटबंदी भारत की तरह एक साथ लागू नहीं होगी। वहां इसे 3 से 5 साल में चरणबद्ध तरीके से लागू किए जाने का प्रस्ताव है।

हालांकि पाक के कानून मंत्री जाहिद हामिद ने कहा कि इससे मार्केट में संकट पैदा होगा और लोग 5,000 के नोट के विकल्प के तौर पर अपने पास विदेशी करंसी को रखने लगेंगे। उन्होंने कहा कि फिलहाल 3.4 ट्रिलियन नोट सर्कुलेशन में है, जिनमें से 1.02 ट्रिलियन नोट 5,000 रुपये के हैं। माना जा रहा है कि पाकिस्तान में पेश किया गया यह प्रस्ताव भारत में की गई नोटबंदी से प्रेरित है। 8 नवंबर को पीएम नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को बंद किए जाने का ऐलान किया था।

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