आपस में कब तक लड़ेंगे कांग्रेसी? अधीर रंजन पर मनीष का पलटवार

नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी से लड़ने को एकजुटता का अलाप करने वाली कांग्रेस आपस में ही लड़ती दिख रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने अपनी ही पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी पर जवाबी हमला बोला है। मनीष तिवारी ने रविवार को अपने ट्विटर टाइमलाइन के स्क्रीनशॉट साझा करते हुए स्पष्ट किया कि उन्होंने चीन के मुद्दे पर सरकार की आलोचना की थी। मनीष तिवारी की यह सफाई कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के उस हमले के बाद आया है जिसमें अधीर रंजन चौधरी ने मनीष तिवारी को कहा था कि उन्हें मुंबई 26/11 हमलों के बजाय चीन और सीमा पर ड्रैगन की हालिया गतिविधियों पर ध्यान देना चाहिए। मनीष तिवारी ने ट्वीट किया, 'प्रिय अधीर रंजन चौधरी दादा, उम्मीद है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को संबोधित करने वाले ट्वीट्स के स्क्रीनशॉट से आपकी चिंता और आलोचना का समाधान हो गया होगा। चीन द्वारा निरंतर घुसपैठ और एनडीए / भाजपा सरकार की प्रतिक्रिया मेरी किताब का एक बड़ा हिस्सा है। दरअसल, कांग्रेस नेता अधीर चौधरी ने आज पार्टी के वरिष्ठ सहयोगी मनीष तिवारी  पर उनकी आगामी किताब  को लेकर निशाना साधा था। चौधरी ने इस बात की आलोचना की है कि किताब में मनीष तिवारी ने डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली पूर्व कांग्रेस सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा है कि मुंबई हमले के बाद पाकस्तिान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई ना करना सरकार की कमजोरी थी। चौधरी ने कहा कि मनीष तिवारी को 26/11 हमले के बजाय चीन पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहिए, जिसने लद्दाख में हमारे कई क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया है और अरुणाचल प्रदेश में गांवों का निर्माण किया है। बता दें कि मनीष तिवारी ने 2008 के मुंबई हमले को लेकर तत्कालीन मनमोहन सरकार पर निशाना साधते हुए अपनी पुस्तक में कहा है कि मुंबई हमले के बाद पाकस्तिान के खिलाफ सख़्त कार्रवाई की जरूरत थी लेकिन ऐसा नहीं करना उनकी सरकार की कमजोरी थी। उन्होंने आगे लिखा कि एक वक्त आता है जब कार्रवाई शब्दों से ज्यादा बड़ी होती है। उन्होंने कहा कि 26/11 वो समय था जब पाकस्तिान के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए थी और उसे उसकी भाषा के जवाब दिया जाना चाहिए था। कांग्रेस नेता ने हमले की तुलना अमेरिका के 9/11 से भी की और कहा कि भारत को 26/11 के बाद वैसी कार्रवाई करनी चाहिए थी जैसी अमेरिका ने 9/11 की तरह की थी।

Leave a Reply