एन.एस.यू.आई की बैलगाड़ी किसान रथ के सारथी बने वीरेन्द्र गौर

रियो डी जेनेरियो। ब्राजील में ३५ हफ्ते की गर्भवती महिला एक गोलीबारी में घायल हो गई थी। गोली उसके पेट में लगी थी, जिससे उसके गर्भ में पल रहा अजन्मा बच्चा भी गंभीर रूप से घायल हो गया था। मगर, यह चमत्कार ही है कि वह जिंदा बच गया है। गोली लगने के कारण मां के गर्भ में पल रहे बच्चे के फेफड़े घायल हो गए थे, उसके कान के हिस्से और रीढ़ की हड्डी में चोट आई थी। मगर, इन सब के बावजूद भी वह बच गया। डॉक्टरों का कहना है कि उन्होंने इससे पहले ऐसा केस कभी नहीं देखा है और बच्चे का बच जाना किसी चमत्कार से कम नहीं है।

ब्राजील के रियो डी जनेरियो में नशीले पदार्थों के तस्करों और पुलिस के बीच ३० जून को हुई गोलीबारी में एक गोली क्लाउडिनिआ डॉस सैंटोस मेलो को पेट में लगते हुए निकल गई थी। इस घटना में २ अन्य नागरिकों की मौत हो गई थी।इस हादसे में २९ वर्षीय मां की हालत तो स्थिर थी, लेकिन उसके बच्चे आर्थर की हालत नाजुक थी। डॉक्टरों ने एक आपातकालीन सिजेरियन डिलीवरी करते हुए बच्चे के २ ऑपरेशन भी किए।

रियो स्वास्थ्य सचिव और स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ. जोस कार्लोस ओलिवेरा ने कहा कि यह भगवान का चमत्कार ही है कि इस घटना में बच्चे की जान नहीं गई। उन्होंने आगे कहा कि उस बच्चे की हालत अभी भी बहुत गंभीर है। एक्स-रे में पता चला है कि बच्चे की छाती के पास कशेरुकाओं में घाव है। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि हम कोई भी सर्जरी करने से पहले बच्चे के स्वास्थ्य की स्थिरता और सुधार का इंतजार कर रहे हैं।

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