कृष्णा घाटी में शहीद हुए जवान की बेटी ने कहा, बलिदान के बदले चाहिए 50 सिर

बलिया
कृष्णा घाटी में पाकिस्तानी सेना द्वारा किए गए हमले में दो जवानों के शहीद होने और शवों के साथ बर्बरता के बाद पूरे देश में रोष व्याप्त है। वहीं शहीद प्रेम सागर की बेटी ने कहा है कि उनके पिता के बलिदान के बदले उन्हें 50 पाकिस्तानी जवानों के सिर चाहिए।

पाकिस्तानी सेना ने सोमवार को कृष्णा घाटी सेक्टर में दो भारतीय चौकियों पर बिना उकसावे के ही रॉकेट लॉन्चर्स और मोर्टार से हमला किया। इसकी चपेट में आकर दो जवान शहीद हो गए। पाकिस्तानी सेना ने शहीदों के साथ बर्बरता की और उनके शव क्षत-विक्षत कर डाले। हमले में बीएसएफ जवान प्रेम सागर भी शहीद हुए थे जिनके साथ पाकिस्तानी सेना ने बर्बरता की। देवरिया के रहने वाले प्रेम सागर के घर भी मातम पसरा हुआ है। शहीद जवान की बेटी का कहना है कि उन्हें अभी प्रशासन की तरफ से पिता की शहादत की जानकारी नहीं मिली है। उन्होंने कहा, 'उनके बलिदान के लिए मुझे 50 सिर चाहिए।'

कृष्णा घाटी में शहीद होने वाले दूसरे जवान पंजाब के तरन तारन के रहने वाले नायब सुबेदार परमजीत सिंह थे। उनके शव के साथ भी पाकिस्तानी सेना ने बर्बरता की। बाद में सरकार के सूत्रों से जानकारी मिली कि पाकिस्तान की सेना को उसके कुकृत्य का जवाब देने के लिए आर्मी को खुली छूट दी गई।

जनवरी से अबतक पाकिस्तान ने 65 बार सीजफायर तोड़ा है। सोमवार को पाकिस्तान ने फिर सीजफायर तोड़ा। अचानक बेवजह किए गए हमले में जवान परमजीत सिंह और प्रेम सागर शहीद हो गए। हमले के बाद भारतीय सेना ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया और पाकिस्तान की दो पोस्ट्स तबाह कर दीं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बॉर्डर ऐक्शन टीम के जवान एलओसी क्रॉस करके 250 मीटर अंदर तक घुस आए और इस वारदात को अंजाम दिया। माना जाता है कि पाकिस्तान की BAT (Border Action Team) में आमतौर पर आतंकवादी और पाकिस्तानी सैनिक शामिल रहते हैं। पाकिस्तान की यह फोर्स बर्बरता के जरिए दोनों देशों के बीच एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तनाव बढ़ाने का काम करती रही है। यह टीम घात लगाकर गश्त कर रहे भारतीय जवानों को निशाना बनाती रही है। ये खास तौर पर सिर काटने में प्रशिक्षित होते हैं। बैट ने 2013 में भी इस तरह की घटना को अंजाम देते हुए मेंढर सेक्टर में एक शहीद सैनिक का सिर काट लिया था, जबकि दूसरे के शव को क्षत-विक्षत कर दिया था। बैट की इस बर्बर कार्रवाई का सेना ने भी उचित जवाब दिया था।

Leave a Reply