छठ पूजा: इस शुभ मुहुर्त में ऐसे दें भगवान सूर्य को अर्घ्य, खुश होंगी छठ मैया
अर्घ्य देने से होते हैं लाभ
कार्तिक शुक्ल की चतुर्थी को नहाए-खाए से छठ पूजा शुरू होती है। पंचमी को पूरे दिन निर्जला उपवास और शाम को सूर्यास्त के बाद ही भोजन ग्रहण किया जाता है। षष्ठी पर डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। वहीं अंतिम दिन सप्तमी की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत तोडऩे की प्रक्रिया होती है। सूर्य देव को अर्घ्य देने से जीवन में आर्थिक, सामाजिक, मानसिक, शारीरिक रूप से होने वाली हर प्रकार की मुसीबतें हमेशा दूर रहती हैं।
इस शुभ मुहुर्त में दें अर्घ्य
ऐसे में आज गुरुवार के दिन षष्ठी तिथि को शाम के समय शुभ मुहुर्त में अर्घ्य देने से सूर्य भगवान और उनकी बहन छठ मैया खुश होंगी। पूजन करने वाले की हर मुराद पूरी होगी। सूर्य देव आज शाम 6 बजकर 5मिनट पर अस्त होंगे, जिससे सूर्य को देव को अर्घ्य देने का शुभ समय 05 बजकर 40 मिनट से शुरू हो जाएगा। वहीं दूसरे दिन शुक्रवार को सप्तमी तिथि में उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने का समय सुबह 6 बजकर 28 मिनट पर शुरू होगा।
ऐसे दें सूर्य देव को अर्घ्य
सूर्य देव को अर्घ्य देते समय कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है। सूर्य को अर्घ्य विधिवत तरीके से देने से वे बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं। मान्यताओं के मुताबिक सर्वप्रथम एक बांस के सूप में केला समेत 5 प्रकार के फल रखें। इसके अलावा उसमें प्रसाद और गन्ने को रखकर उसे पीले रंग के एक नए कपड़े से ढक दें। इसके बाद दीप जलाकर दोनों से हाथ से सूप को पकड़ें और तीन बार डूबते हुए सूर्य भगवान का ध्यान कर उन्हें अर्घ्य दें।