टीम इंडिया को नया कोच मिलने में हो सकती है देरी, यह बन रही है चयन टलने की वजह

मुंबई: टीम इंडिया का वेस्टइंडीज दौरा (India vs West Indies) 3 अगस्त से शुरू हो रहा है, जबकि विश्व कप खत्म होने के बाद टीम इंडिया का कोच पद खाली है. टीम के वर्तमान हेड कोच रवि शास्त्री का कार्यकाल केवल विंडीज दौरे के लिए बढ़ाया गया है. वहीं नए कोच के चयन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. आवेदन आ चुके हैं. अब इसी बीच खबर है कि कोच की चयन प्रक्रिया का टलना तय माना जा रहा है.  इसके पीछे उस सलाहकार समिति के सदस्यों की ओर से हितों के टकराव से संबंधित नहीं दिया गया शपथ पत्र है. 

हितों के टकराव का मामला फिर आया चर्चा में
प्रशासकों की समिति (CoA) को सूत्रों के मुताबिक टीम इंडिया के कोच पदों के लिए प्रक्रिया टल गई है क्योंकि नव नियुक्त क्रिकेट सलाहकार समिति ने अभी तक ‘हितों के टकराव’ पर शपथपत्र नहीं दिया है.  इस मामले मे पहले भी सलाहकार समिति के सदस्यों के साथ विवाद की स्थिति आ चुकी है. हितों के टकराव के मामले में समिति के सदस्य भी चर्चा में आ चुके हैं. 
नहीं मिल सका शपथपत्र
 सूत्र ने एनएनआई को बताया, “अभी तक नवनियुक्त क्रिकेट सलाहकार समिति ने हितों के टकराव पर कोई शपथपत्र नहीं दिया है. इस लिए कोचों के चयन की प्रक्रिया टल सकती है. लेकिन हम उम्मीद कर रहे हैं कि शपथपत्र मिल जाएंगे. आवेदन करने वाले सभी सदस्य पूर्व क्रिकेटर हैं और फिलहाल किसी न किसी रूप में सक्रिय हैं. कुछ कॉमेंटेटर हैं, कुछ कोच है या फिर कोई एकेडमी चला रहे हैं. फिलहाल हमारे पास कोई विकल्प नहीं है. हमें उनसे शीघ्र ही शपथ पत्र मिलने की उम्मीद हैं.”

30 जुलाई थी आवेदन की तिथि
टीम इंडिया के हेड कोच के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 जुलाई थी. बोर्ड के शीर्ष स्रोतों से मिली जानकारी के आधार पर समझा जा रहा है कि क्रिकेट ऑपरेशन के जनरल मैनेजर, सबा करीम से सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति ने कहा क्रिकेट सलाहकार समिति के लिए नाम सुझाने को कहा था. इस समिति पर सीओए की निगरानी होनी थी और फिर टीम इंडिया के मुख्य कोच की नियुक्ति होती.

सीएसी की नियुक्ति भी है विवाद का विषय
बीसीसीआई की एक शीर्ष अधिकारी ने बताया, “इस सीएसी के तीन सदस्य होंगे और वे यह देखेंगे कि हितों का टकराव नहीं है. क्या यह सलाहकार समिति नियुक्त की भी जा सकती है या नहीं यह भी एक बड़ा मुद्दा है क्योंकि सीएसी को केवल वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में ही बनाया जा सकता है, लेकिन फिर भी हम देंखेंगे कि क्या होता है.” इससे पहले की सीएसी सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, और वीवीएस लक्ष्मण की बनी थी. तेंदुलकर और लक्ष्मण सीएसी से इस्तीफा पहले ही दे चुके हैं. जबकि सौरव गांगुली की ओर से कोई सूचना नहीं है.  इसी लिए कोच की नियुक्ति के लिए एक नई सीएसी के गठन की जरूरत पड़ेगी. यह पूछे जाने पर कि क्या समिति कोच के चयन में कप्तान की सलाह लेगी. इस पर सूत्र ने कहा यह समिति पर ही निर्भर करता है कि क्या वे सलाह लेना चाहते हैं या नहीं.

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