बच्चे आरएसएस की शाखा में जाएं तो सही लेकिन मानव श्रृंखला में जाएं तो गलत: नीतीश

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले को सही बताया है. उन्होंने कहा कि केंद्र की नीयत उन्हें सही लगी. हमलोगों ने इसका स्वागत भी किया. पीएम ने 50 दिन का समय मांगा था. अब तो इसके अच्छे परिणाम की जानकारी देनी चाहिए. केंद्र को नोटबंदी के अच्छे परिणाम को बताया चाहिए.

नीतीश ने कहा कि हम लोग कालाधन और बेनामी संपत्ति के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र बताए कि कितना काला धन आया. नोटबंदी के पीड़ित लोगों को मुआवाजा देने की भी उन्होंने मांग की. जीएसटी पर उन्होंने कहा कि बीजेपी शासित राज्य में विरोध हुआ, लेकिन हम लोगों ने फिर भी इसका समर्थन किया.

मंगलवार को जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर नीतीश कुमार ने कहा कि वो कर्पूरी जी के कामों को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. आज समाज में आरक्षण उन्हीं के कारण हैं. आरक्षण को लागू करने के लिए कपूर्री ठाकुर को क्या- क्या नहीं सुनना पड़ा.

सीएम नीतीश ने शराबबंदी का जिक्र करते हुए कहा नई पीढ़ी को इससे बचाने की कोशिश की गई है. विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि हम पर क्या क्या आरोप नहीं लगे. शराबबंदी पर सुशील मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि बड़े नेता समर्थन कर गये चले गये लेकिन छोटा नेता विरोध कर रहे हैं.

भाजपा पर निशाना साधते हुए नीतीश ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस शाखा में कौन लोग जाते है, बच्चे ही न…, तो फिर मानव श्रृंखला में बच्चों के शामिल होने पर हल्ला क्यों?  नीतीश ने शराबबंदी पर पीएम की तारीफ पर उन्हें फिर धन्यवाद दिया और कहा बीजेपी शासित राज्य में भी लागू करें.

नीतीश ने कहा कि आज पूरे बिहार में माहौल बन रहा है लेकिन कुछ लोग मेन मिख निकाल रहे हैं. मानव श्रृंखला में चार करोड़ लोग शामिल हुए. यूनिर्फाम सिविल कोड पर नीतीश ने केंद्र सरकार पर तंज कसा और कहा कि प्रश्नावली भेज रहे हैं जैसे हम परीक्षा में बैठे है.? बिहार पहला राज्य है जिसने जवाब भेज दिया.

सीएम ने कहा कर्पूरी जी के विचारों से भाजपा को कोई लेना देना नहीं है. महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण लागू करने में बिहार देश का पहला राज्य है. बिहार में न्यायिक सेवा में आरक्षण लागू किया गया. सरकारी नौकरियों में अतिपिछड़ों को 21 फीदसी आरक्षण दिया गया.

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