बदायूं में गेहूं न काटने पर दलित को पेड़ से बांधकर पीटा, मूंछ उखाड़ी

बदायूं  बदायूं जिले के हजरतपुर इलाके के आजमपुर बिसौरिया गांव में गेहूं न काटने पर एक दलित को न सिर्फ पेड़ से बांधकर पीटा गया बल्कि उसकी मूंछ भी उखाड़ लीं। एसपी सिटी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव के आदेश पर घटना के सात दिनों बाद रविवार को चार आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस की जांच में प्रथम दृष्टया मारपीट की पुष्टि हुई है। हजरतपुर थाना क्षेत्र के ग्राम आजमपुर बिसौरिया निवासी दलित सीताराम परिवार चलाने के लिए खेती के साथ मजदूरी भी करते हैं। सीताराम का आरोप है कि 23 अप्रैल की शाम गांव के ठाकुर विजय सिंह, उनके भाई शैलेंद्र, पिंकू सिंह और विक्रम सिंह ने अपने गेहूं काटने को कहा था। सीताराम ने कहा कि वह अपने खेत के गेहूं काट रहे हैं। दो दिन बाद खाली होने पर उनके गेहूं काट देंगे। इस पर वे बौखला गए और गालियां देने लगे। 

विरोध पर उनको पीटा गया और जबरन अपनी चौपाल पर ले गए। जहां पेड़ से बांधकर उसे पीटा गया। इतने पर भी गुस्सा शांत नहीं हुआ तो मूंछ उखाड़ ली और जूते में मूत्र भरकर जबरन पिलाया। उनके चंगुल से छूटने के बाद सीताराम ने हजरतपुर थाने जाकर शिकायत की। मगर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। दबंगों के डर से पीड़ित सीताराम अपनी रिश्तेदारी में बरेली के थाना सुभाषनगर क्षेत्र के करेली गांव चला गए। वहां 26 अप्रैल को आईजी बरेली को शिकायती पत्र भेजा। रविवार सुबह इस मामले का वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें सीताराम घटना के बारे में बता रहे हैं।

                   

रविवार दोपहर सीताराम परिवार समेत एसएसपी कार्यालय जाकर एसपी सिटी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव के सामने पेश हुए और घटना की जानकारी दी। एसपी सिटी के आदेश पर हजरतपुर पुलिस ने आरोपी विजय सिंह, उसके भाई शैलेंद्र सिंह, पिंकू सिंह और विक्रम सिंह के खिलाफ मारपीट व धमकी देने की धारा 323, 504, 506, 342 और मूंछ उखाड़ने व पेशाब पिलाने की धारा 31 (ड़) (क) (ग) के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली है। इसके बाद सीताराम का मेडिकल परीक्षण कराया गया। 


एसपाी सिटी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि सीताराम की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। वहीं सीओ उढानी भूषण वर्मा को मौके पर भेजा गया। सीओ की जांच में सीताराम के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। साथ ही पेड़ से बांधने की पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने आगे बताया कि मूछ उखाड़ने और मूत्र पिलाने की बात झूठी निकली है। अभी मामले की जांच की जा रही है। सच्चाई के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। थाना हजरतपुर इंस्पेक्टर राजेश कुमार का कहना है कि सीताराम ने गेहूं काटने के लिए विक्रम सिंह से 6 हजार रुपये लिए थे। जिसके बाद भी उसने उनके गेहूं नहीं काटे और किसी और के गेहूं काटने चला गया। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच गाली-गलौज हुई थी। 

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