बॉर्डर पर मिले भारत-पाकिस्तानी सेना के अधिकारी, ड्रोन गतिविधोंयों पर BSF ने दर्ज कराया विरोध
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर समझौते के बाद आज शनिवाल को बीएसएफ और पाक रेंजर्स के बीच पहली बार सेक्टर कमांडर स्तर की बैठक हुई है। बैठक को लेकर बीएसएफ ने कहा कि दोनों पक्ष अंतरराष्ट्रीय सीमा पर शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
बीएसएफ ने कहा कि बैठक के दौरान बीएसएफ प्रतिनिधिमंडल ने सीमा पार से पाकिस्तान की ओर से ड्रोन और आतंकी गतिविधियों, सुरगों की खुदाई और सीमा प्रबंधन समेत अन्य मुद्दों बातचीत की। जम्मू में पाक अधिकारियों द्वारा ड्रोन गतिविधियों को लेकर बीएसएफ प्रतिनिधियों की ओर से कड़ा विरोध दर्ज कराया गया।
भारत और पाकिस्तान के बीच हुई थी डीजीएमओ लेवल की बातचीत
बता दें इस साल फरवरी में भारत और पाकिस्तान के बीच डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस) लेवल पर बात हुई है, जिसमें संघर्ष विराम पर सहमति बनी। दोनों देशों के बीच आगे भी हॉटलाइन के जरिए बातचीत जारी रहने और फ्लैग मीटिंग करने पर सहमति बनी थी। दोनों देशों के बीच भविष्य में किसी भी मतभेद या विवाद को सुलझाने के लिए हॉटलाइन पर वार्ता जारी रखने पर सहमति बनी।
24 फरवरी की रात से सीजफायर लागू करने पर हुए थे सहमत
दोनों देशों की सेनाओं की ओर से जारी किए गए बयान के मुताबिक भारत की ओर से लेफ्टिनेंट जनरल परमजीत सिंह संघा और पाकिस्तान की ओर से मेजर जनरल नौमान जकारिया हॉटलाइन पर हुई बातचीत में शामिल थे। बयान में कहा गया था, 'दोनों पक्षों ने एलओसी समेत सभी सेक्टर्स की समीक्षा की है। दोनों ही पक्ष एलओसी एवं अन्य सेक्टर्स पर 24 फरवरी की रात 12 बजे से सीजफायर लागू करने पर सहमत हुए हैं।'