‘ब्लू व्हेल सुसाइड चैलेंज’ भयंकर खेल खेलते हुए गई किशोर की जान

कई देशों में कई जानें लेने के बाद खूनी और भयंकर खेल "ब्लू व्हेल चैलेंज" अब भारत में दस्तक दे चुका है. दरअसल अंधेरी इलाके के रहने वाले एक 14 वर्षीय बच्चे ने अपनी ही 7 मंज़िला बिल्डिंग की छत से कूद कर जान दे दी और पुलिस को इस आत्महत्या के पीछे इसी खूनी खेल के होने का अंदेशा लग रही है.

अंधेरी के शेरे-पंजाब इलाके में स्थित एम्पायर हाइट्स में पीड़ित अपने परिवार के साथ रहता था. शनिवार की शाम 5 बजे एक 14 साल का बच्चा (पहचान छुपाई गयी है) ने बिल्डिंग के टेरेस से कूद कर आत्महत्या कर ली. 9वीं क्लास में पढ़ने वाले पीड़ित ने आखिर आत्महत्या क्यों की? इस आत्महत्या की वजह जो सामने आ रही है वो बहुत ही चौंकाने वाली है. 

पुलिस के सूत्रों के मुताबिक हो सकता है कि ये बच्चा खूनी खेल ब्लू व्हेल चैलेंज खेला करता था. शनिवार की शाम उसने अपने इस खेल के तकरीबन सभी टास्क पूरे कर लिए और अब आखिरी टास्क पूरे करने की तैयारी में था. उसका आखिरी टास्क कुछ और नहीं बल्कि आत्महत्या था. इस बात की जानकारी उसने अपने दोस्तों को भी दी और कहा कि वह यह टास्क पूरा कर खेल खत्म करने जा रहा है जिसके कारण वह सोमवार को स्कूल नहीं आ पायेगा.

सूत्रों के अनुसार यह भी पता चला है कि बिल्डिंग की छत के किनारे इस बच्चे को देखकर किसी व्यक्ति ने इस बच्चे को किनारे से दूर हटने के लिए भी कहा था लेकिन उस व्यक्ति के जाते ही पीड़ित छत से कूद गया. इस मामले में पुलिस ने एडीआर दाखिल कर तफ्तीश शुरू कर दी है और साथ ही बच्चे के मोबाइल और लैपटॉप को ज़ब्त कर मौत की असली वजह जानने में जुट गई है. 

पुलिस पीड़ित के परिवार, स्कूल के साथी और आस-पास रहने वाले दोस्तों से भी पूछताछ कर रही है. पीड़ित के लैपटॉप और मोबाइल को फॉरेंसिक लैब में भेजा जा रहा है ताकि यह पता लगाया जा सके कि पीड़ित यह खेल खेल रहा था या नहीं. इसके अलावा वो अपने किन दोस्तों से या ग्रुप से बात कर रहा था और इस खूनी खेल को लेकर किसी के संपर्क में था या नहीं?

रूस के एक व्यक्ति द्वारा बनाया गया यह खेल अब तक कई मासूमों की जान ले चुका है. अगर मुम्बई का यह मामला सही साबित हुआ तो भारत में ये पहला मामला होगा जहां इस खेल की वजह से किसी ने अपनी जान गंवाई है. यही वजह है कि अब स्कूल और कॉलेज और बच्चों के माता-पिता से अपने बच्चों के बदलते व्यवहार और इंटरनेट, मोबाइल पर दिन भर लगे रहने की उनकी आदतों पर नजर रखने पर ज़ोर दिया जा रहा है.

बता दें कि पिछले साल 'पॉकेमॉन गो' नाम के गेम के चलते भी कई लोग दुर्घटना के शिकार हुए थे और उनकी जान गई थी.

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