भूपेश बघेल कैबिनेट में ऑल इज नॉट वेल के हालात, धरातल पर नजर आ रही गुटबाजी!

रायपुर
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) मंत्री मंडल के भीतर ऑल इज नॉट वेल की स्थिति बनी हुई है. एक गुट दूसरे गुट को पटखनी देने के लिए विधायक (MLA) से लेकर संगठन के नेताओं का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे कांग्रेस (Congress) की गुटबाजी एक बार फिर धरातल पर दिखाई दे रही है. मंत्री मंडल (Cabinet) के दो प्रमुख गुट एक-दूसरे को पटखनी देने के लिए हर दांव पेच आजमा रहे हैं. इसको लेकर सरकार से लेकर संगठन तक में चर्चाओं का दौर है. हालांकि कांग्रेस के नेता इससे इनकार कर रहे हैं.
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में कांग्रेस (Congress) समर्थित सरकार में आल इज नॉट वेल की स्थिति बनी हुई है. बात अगर घटनाक्रम की करें तो हालही में कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह ने टीएस सिंहदेव गुट के मंत्री प्रेमसाय सिंह पर खुलेआम भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था. वहीं संगठन के एक वरिष्ठ नेता डॉ. राकेश गुप्ता ने स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटालों की शिकायत राज्यपाल से यह कहते हुए की कि इस संबध में वे समय-समय पर राज्य सरकार को अवगत करा चुके हैं, मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिससे वे बेहद दुखी हैं.
कांग्रेस सरकार में आपसी मतभेद को लेकर हाल ही में हुए घटनाक्रमों से विपक्षीय दल बीजेपी ने तंज कसा है. बीजेपी प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास का कहना है कि कांग्रेस सरकार की हकीकत सबके सामने आ रही है. जनता के हित को छोड़ नेता खुद के हिम साधने में लगे हैं. इससे उनके बीच आपसी मतभेद भी हो रहे हैं. अभी तो ये शुरुआत भर है, आगे-आगे देखिए होता है क्या.
कांग्रेस में गुटबाजी कोई नई बात नहीं है. कांग्रेस की गुटबाजी समय-समय पर ना केवल धरातल पर दिखाई दी है. बल्कि संग्राम के रूप में भी देखने को मिला है, लेकिन वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजेन्द्र तिवारी का कहना है कि अजीत जोगी के पार्टी से अलग होने के साथ ही कांग्रेस में गुटबाजी समाप्त हो गई है. संगठन के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता एकसाथ मिलकर काम कर रहे हैं. राजनीतिक जानकार व वरिष्ठ पत्रकार रविकांत कौशिक का कहना है कि ये मामला घातक है. सोनिया गांधी को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए.
 

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