मध्य प्रदेश में जारी है बारिश का कहर, मंदसौर-नीमच में हाई अलर्ट, निचले इलाके हुए जलमग्न

भोपालः मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के बाद कई क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं. प्रदेश के कई स्थानों पर बाढ़ जैसे हालात हैं, जिससे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. मंदसौर जिले में शिवना नदी ऊफान पर है, जिसके पानी ने भगवान पशुपतिनाथ मंदिर के शिवलिंग का भी जलाभिषेक कर दिया. राजधानी स्थित बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार, राज्य की अधिकांश नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है. वहीं निचले स्थानों पर बसे रिहायशी इलाकों में पानी भर गया है. विभिन्न स्थानों पर राहत और बचाव कार्य जारी हैं. 

साथ ही निचली बस्तियों में रहने वाले परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर भेजे जाने का सिलसिला जारी है. राज्य के मालवा निमाड़ इलाके में बीते 24 घंटों के दौरान सामान्य से अधिक बारिश हुई है. सबसे ज्यादा बारिश मंदसौर और नीमच इलाके में हुई है. मंदसौर में भारी बारिश के चलते गुरुवार रात शिवना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा और नदी का पानी धीरे-धीरे भगवान पशुपतिनाथ मंदिर तक पहुंच गया. यहां की निचली बस्तियों में पानी भर गया है. पुलिस, प्रशासन व आम जनता के सहयोग से यहां रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. 

शिवपुरी जिले से गुजरने वाली सिंध नदी में पानी का स्तर बढ़ने के बाद कोलारस और बदरवास ब्लॉक के कई गांवों में पानी भर गया. रेझा गांव में पानी भर जाने के बाद शुक्रवार सुबह 30 से ज्यादा लोगों को एनडीआरएफ की टीम ने नौका के जरिए बाहर निकाला. इसके अलावा छतरपुर, टीकमगढ़ आदि स्थानों पर पानी में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है. बदरवास थाना प्रभारी सतीश चौहान ने बताया, "कुछ लोगों के गांव में फंसे होने की सूचना मिली थी. एनडीआरएफ की टीम को बुलाकर पानी के बीच फंसे लोगों को बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है."
शिवपुरी जिले से गुजरने वाली सिंध नदी में पानी का स्तर बढ़ने के बाद कोलारस और बदरवास ब्लॉक के कई गांवों में पानी भर गया. रेझा गांव में पानी भर जाने के बाद शुक्रवार सुबह 30 से ज्यादा लोगों को एनडीआरएफ की टीम ने नौका के जरिए बाहर निकाला. इसके अलावा छतरपुर, टीकमगढ़ आदि स्थानों पर पानी में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है. बदरवास थाना प्रभारी सतीश चौहान ने बताया, "कुछ लोगों के गांव में फंसे होने की सूचना मिली थी. एनडीआरएफ की टीम को बुलाकर पानी के बीच फंसे लोगों को बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है."
 

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