महबूबा मुफ्ती ने राहुल गांधी के सुर में सुर मिलाए, कहा- केवल उनमें ही है सच बोलने की हिम्मत 

श्रीनगर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को राहुल गांधी के सुर में सुर मिलाए। उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ बोलने के लिए राहुल गांधी की तारीफ भी की। मुफ्ती ने कहा कि गांधी एकमात्र ऐसे नेता है जो सच बोलने की हिम्मत रखते हैं। पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि 'मौजूदा तानाशाही शासन' के खिलाफ खड़े रहने के लिये इतिहास राहुल गांधी को याद रखेगा। मुफ्ती ने ट्विटर पर लिखा कि नया भारत चुनिंदा लोगों और साठगांठ रखने वाले पूंजीपतियों की गिरफ्त में है। मुफ्ती ने एक और ट्वीट किया कि केन्द्र सरकार ने अपनी 'पालतू एजेंसी' राष्ट्रीय अन्वेषण एजेंसी (एनआईए) को तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहीं किसान यूनियन के 'पीछे' लगा दिया। उन्होंने लिखा, भारत की शीर्ष आतंकवाद जांच एजेंसी के पाखंड को कश्मीरियों, किसान और असहमति रखने वालों को फंसाने के उसके ढंग से समझा जा सकता है।'  गौरतलब है कि बीते राहुल गांधी ने तमिलनाडु में सरकार पर आरोप लगाए थे कि सरकार कुछ लोगों की मदद करने के लिए किसानों के खिलाफ साजिश कर रही है। उन्होंने कहा, 'सरकार उन्हें केवल नकार नहीं रही है, बल्कि 2-3 दोस्तों को फायदा पहुंचाने के लिए उन्हें बर्बाद करने की साजिश कर रही है। वे किसानों की चीजों को अपने 2-3 दोस्तों को देना चाहते हैं। यही है, जो हो रहा है।' उन्होंने कहा, 'जो सामने हो रहा है उसे समझने के लिए नजरअंदाज शब्द भी काफी कमजोर है।' उन्होंने कहा, 'जब कोरोना आया, तो आप आम आदमी की मदद नहीं कर रहे थे। आप किसके प्रधानमंत्री हैं? क्या आप भारत की जनता के प्रधानमंत्री हैं या 2-3 चुने हुए कारोबारियों के।' पीडीपी प्रमुख ने भी कहा है कि नया भारत चुनिंदा लोगों और साठगांठ रखने वाले पूंजीपतियों की गिरफ्त में है।

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