रेलवे नहीं दे रहा लिखित मंजूरी 

जबलपुर। अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान रेलवे मॉल गोदाम चौराहे के कारोबारियों से नगर निगम द्वारा किया गया वायदा पूरा होता नजर नहीं आ रहा है। अतिक्रमण हटाओं कार्यवाही के दौरान नगर निगम ने कारोबारियों से यह वायदा किया था कि एक मार्वेâट बनाकर दुकानों का आवंटन किया जाएगा। 
मालगोदाम चौराहे से प्लेटफॉर्म नंबर ६ की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग पर ४ साल पहले नगर निगम ने २४ दुकानों को तोड़ा था, उस वक्त ये वादा किया गया था कि जल्द ही यहां पर कॉम्प्लेक्स बनाकर इसमें जिनकी दुकानें टूटी हैं उन्हें जगह दी जाएगी। अब तक यहां पर नगर निगम कोई काम नहीं कर पाया है, और अब वित्तीय संकट के चलते जल्द यहां पर मार्वेâट बनेगा इस पर भी संदेह है। वर्ष २०१६ में नगर निगम ने यातायात में अवरोधक मानते हुए शहर में कई जगह सैकड़ों की संख्या में अतिक्रमण तोड़े थे। इसमें शुरूआत मालगोदाम चौक से ही हुई थी जहां २४ दुकानें तोड़ी गई थीं। कुछ समय बाद टेंडर तो हुआ मगर जमीन का विवाद फंस गया। रेलवे और नगर निगम में जमीन को लेकर लंबे समय तक निर्णय नहीं हो पाया। अब दोनों विभागों में सामंजस्य बना है और दोनों ने सीमांकन भी करवा लिया है। इस बीच यहां के कई दुकानदार पाई-पाई को मोहताज हो गए उनके पास जीवन यापन का कोई जरिया तक नहीं है।
रोजी-रोटी छिनने वालों को भी राहत की उम्मीद………
नगर निगम ने यहां ५० दुकानों का एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनाने का निर्णय लिया था जो उसके लिए फायदेमंद था। अब यहां पर सीमांकन के बाद रेलवे से कोई विवाद भी नहीं है। वर्तमान में हालांकि उसकी स्थिति किसी तरह के इन्वेस्टमेंट की भले ही न हो मगर यहां कॉम्प्लेक्स बनाने से उसे हर तरह से फायदा है। वहीं जिन दुकानदारों की रोजी-रोटी छिनी है उनके लिए भी राहत मिलेगी।
मंगल भवन बनाने का भी था पहले प्रस्ताव……
यहां पर ३ फ्लोर में बनने के लिए प्रस्तावित कॉम्प्लेक्स में भूतल पर २५ दुकानें उन दुकानदारों को दिए जाने का निर्णय हुआ था, जिनकी दुकानें टूटी हैं। वहीं दूसरे तल पर मंगल भवन बनाने का भी पहले प्रस्ताव रखा गया थाए जहां रेल यात्रियों के रुकने की व्यवस्था हेतु रूम की व्यवस्था की जाती।

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