लादेन की चौथी पत्नी ने सुनाई, ऐबटाबाद की उस खौफनाक रात की पूरी कहानी…

दुनिया का सबसे खूंखार आतंकवादी और अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला करने वाला ओसामा बिन लादेन एक बार फिर चर्चा में है. लादेन की चौथी पत्नी अमाल ने लेखक स्कॉट-क्लार्क और एड्रिन लेवी से लादेन की आखिरी रात के बारे में विस्तार से बात की है. अंग्रेजी अखबार 'संडे टाइम्स यूके' ने इस बातचीत के हवाले से बताया है कि कैसे अमेरिका ने एक मई 2011 की रात को लादेन को मारा गिराया था.

अमाल ने बताया कि पाकिस्तान के ऐबटाबाद के एक गोपनीय घर में उनका परिवार रह रहा था. 1 मई 2011 की रात को खाना खाने और नमाज पढ़ने के बाद लादेन पत्नी के साथ घर की ऊपरी मंजिल के बेडरूम में सोने चले गए थे. इसी दौरान बिजली चली गई, जो पाकिस्तान में सामान्य है. पूरा घर अंधेरे में डूब गया.

अमाल ने बताया, आधी रात को अचानक उनकी नींद खुल गई. उन्हें लगा कि कोई ऊपर चढ़ रहा है और कुछ लोग खिड़की से होकर गुजर रहे हैं. वह घबड़ा गईं. इस बीच गड़गड़ाहट की आवाज तेजी से बढ़ती गई.

लादेन भी अचानक बिस्तर से उठ कर बैठ गए. उनके चेहरे पर डर साफ देखा जा सकता था. लादेन ने उन्हें पकड़ लिया. ऊपर कोई घूमती चीज को देखकर दोनों वहां से भागे. अचानक घर की दीवारें थरथरा उठीं.

अमाल ने बताया, इस बीच कुछ लोग बालकनी के दरवाजे से अंदर की तरफ आते दिखे और घर के पास अमेरिका का ब्लैक हॉक हेलिकॉप्टर उड़ता नजर आया. कुछ देर के बाद एक हेलिकॉप्टर और आया और दोनों टीमें मिलकर दूसरे फ्लोर के बेडरूम में पहुंच गईं.

अमाल के मुताबिक, ओसामा ने अपनी बीवियों को बच्चों के साथ नीचे जाने के लिए कहा. लेकिन, वह अपने बेटे हुसैन के साथ उसके पास ही रहना चाहती थी. इस बीच एक जोरदार आवाज आई और घर बुरी तरह से हिल गया था. दोनों एक-दूसरे को पकड़ कर बालकनी में छिप गए. अमेरिकी सैनिक उनके करीब पहुंच रहे थे.

इस दौरान लादेन ने बेटे खालिद को बुलाया. उसने एके-47 उठा ली. 13 साल का खालिद बंदूक चलाना नहीं जानता था. बच्चे रो रहे थे और वह उन्हें चुप करा रही थी. कुछ ही देर में अमेरिकी सैनिक टॉप फ्लोर पर पहुंच गए और सबकुछ खत्म हो गया.

अमाल का कहना है कि जरूर किसी ने उनके साथ धोखाधड़ी की थी. किसी ने उनके घर के बारे में सबकुछ बताया था. उन्हें इस तरह के हमले की बिल्कुल आशंका नहीं थी.

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